नवरात्र पर कैथल में लगा माता फूलन देवी व शीतला माता पर मेला, पुलिस ने खदेड़ा
कैथल में देर रात नवरात्र के अवसर पर माता फूलन देवी और शीतला माता मंदिर पर मेला लगा। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। अनुमति न मिलने के बावजूद मेला लगा देख प्रशासन ने लोगों को वहां से खदेड़ा।
कैथल, जेएनएन। चैत्र नवरात्र के अवसर पर रात में कैथल में माता फूलन देवी और शीतला माता मंदिर में मेला लगा। इस मेले के लिए प्रशासन की ओर से कोई अनुमति नहीं दी गई थी। भीड़ की सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और लोगों को वहां से भगाया। इसके लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
चैत्र नवरात्र का पर्व मंगलवार से शुरू हो गए। पर्व को लेकर मंदिर सजे हैं। पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जा रही है। नवरात्र को लेकर कोठी गेट स्थित प्रसिद्ध छोटी देवी मंदिर में भी मां ज्वाला जी से अखंड ज्योति लाई गई है। नवरात्र पर्व पर मंदिरों को भव्य ढंग से सजाया गया है। सोमवार को बाजार में श्रद्धालुओं ने घरों में कलश स्थापना करने के लिए खरीदारी की थी। कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन ने सैनिटाइजेशन, मास्क और दो गज की दूरी का पालन करने के नियम को अनिवार्य किया है। दूसरी तरफ, कई जगह कोरोना के मद्देनजर घोर लापरवाही भी देखने को मिली।
हर साल लगता मेला
कैथल में हर वर्ष की भांति इस बार भी माता गेट पर माता फूलन देवी व मां शीतला देवी माता का मेला लगता है। जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी ज्यादातर बाजीगर समुदाय के लोग मत्था टेकते हैं और अपनी मन्नत को पूरा करते हैं।
नाइट कर्फ्यू की वजह से सख्ती
सरकार द्वारा सोमवार से रात का कर्फ्यू लगा दिया गया था। जो रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। इसकी परवाह न करते हुए आधी रात से इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पूजा अर्चना की। शुरुआत में तो पुलिस ने इन्हें नहीं रोका, लेकिन जब तक भीड़ हजारों में पहुंच गई तो पुलिस में हलचल हुई। पुलिस ने मेले में आए श्रद्धालुओं और फड़ी-रेहड़ी वालों पर हलका प्रयोग करते उन्हें मंदिर से खदेड़ने का प्रयास किया।
सुबह पांच से मंदिरों में पूजन
शहर के मंदिरों में सुबह पांच बजे ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। मां के भक्तो ने सुबह से ही मां की आराधना की। हनुमान वाटिका स्थित मंदिर के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने कहा कि चैत्र महीने में आने वाले नवरात्र पर्व का अलग महत्व है। इन नवरात्रो में जो भी भक्त मां के नो स्वरूपों की पूजा करता है उसे मनवांछित फल मिलता है।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ें: बेटी पूरे कर रहे टैक्सी चालक पिता के ख्वाब, भाई ने दिया साथ तो कामयाबी को बढ़े हाथ
यह भी पढ़ें: पानीपत में बढ़ रहा कोरोना, बच्चों को इस तरह बचाएं, जानिये क्या है शिशु रोग विशेषज्ञ की सलाह
यह भी पढ़ें: चोट से बदली पानीपत के पहलवान की जिंदगी, खेलने का तरीका बदल बना नेशनल चैंपियन