नवीन जयहिंद बोले-17 दिसंबर को आप कार्यकर्ता करेंगे विधानसभा का घेराव
Haryana Politics नवीन जयहिंद कैथल पहुंचे। आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर जांच नहीं करवा रही है। नागर को हमें सौंप दें दो घंटे में सारे राज उगलवा लेंगे।
कैथल, जागरण संवाददाता। आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि सरकार हरियाणा लोक सेवा आयोग में भर्तियों के मामले की जांच जानबूझ कर नहीं करवाना चाहती है। बर्खास्त किया गया एचसीएस अनिल नागर मात्र एक मोहरा है। इस मामले में सरकार के दो मंत्री और बड़े अधिकारी शामिल हैं। अनिल नागर से अगर सख्ती से पूछताछ की जाए तो वह सब बता देगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि अनिल नागर को रिमांड के लिए उन्हें सौंप दे। वह दो घंटे में सारे राज उगलवा लेंगे। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा 17 दिसंबर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। नवीन यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों में पांच लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। प्रदेश के 30 लाख से ज्यादा युवा इन पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं में बैठते हैं। बार-बार भर्तियों को रद कर दिया जाता है। सरकार इन पदों को भर नहीं रही। हरियाणा लोक सेवा आयोग का सचिव लाखों रुपये से भरे सूटकेस के साथ कार्यालय में पकड़ा जाता है। यह अकेले उसके स्तर की बात नहीं है। नवीन जयहिंद ने आरोप लगाया कि आयोग के चेयरमैन भी इसमें शामिल हैं।
कहा, सरकार को चाहिए कि सचिव और चेयरमैन के बीच हुई चैट को सार्वजनिक करे। इनकी संपत्ति की जांच करवाई जाए। सचिव के पास से जो उत्तर-पुस्तिका मिली हैं, वह नेताओं और बड़े अधिकारियों से जुड़े लोगों की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब नौकरी लगना मोटी कोचिंग और स्कूल फीस देकर पढ़ने वाले बच्चों के बूते की बात नहीं रही। नवीन ने कहा कि सरकार का कोई भी विधायक और सांसद गीता पर हाथ रख कर शपथ ले देँ कि वह ईमानदार हैं तो वह अपना आंदोलन वापस ले लेंगे। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता विशाल खुब्बर, सुमित हिंदुस्तानी, सुनील सहारण मौजूद रहे।
बेरोजगारी से बढ़ रहा अपराध
नवीन जयहिंद ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी के चलते अपराध बढ़ रहा है। अगर सरकार युवाओं को रोजगार में लगा दे तो हर तरह का अपराध कम हो जाएगा। पारदर्शिता और पर्ची-खर्ची नहीं चलने का दावा करके युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार नौकरियों में भ्रष्टाचार के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहरा रही है तो उन नेताओं को जेल क्यों नहीं भेजा जा रहा।
कल का मेरा भी नहीं पता
नवीन जयहिंद से जब गीता पर हाथ रख कर जीवन पर्यंत भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं होने की शपथ लेने के लिए कहा गया तो वह इंकार कर गए। उन्होंने कहा, मैं आज की शपथ ले सकता हूं। कल का मेरा भी नहीं पता कि मैं ईमानदार रहूं या नहीं।