पिछले साल की तुलना में 1.70 लाख क्विटल की अधिक रही आवक, 718589 क्विटल गेहूं की हुई खरीद

मंडियों में गेहूं की आवक इस सीजन में रिकार्ड तोड़ रही । पिछले

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 05:12 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 05:12 AM (IST)
पिछले साल की तुलना में 1.70 लाख क्विटल की अधिक रही आवक, 718589 क्विटल गेहूं की हुई खरीद
पिछले साल की तुलना में 1.70 लाख क्विटल की अधिक रही आवक, 718589 क्विटल गेहूं की हुई खरीद

जागरण संवाददाता, पानीपत : मंडियों में गेहूं की आवक इस सीजन में रिकार्ड तोड़ रही । पिछले वर्ष की तुलना में 1.70 लाख क्विटल गेहूं अधिक खरीदा गया। पानीपत, बाबरपुर मंडियों सहित बबैल खरीद केंद्र पर 7,18,589.5 क्विटल गेहूं की खरीद की गई। जिले गेहूं खरीद के लिए 12 मंडियां व खरीद केंद्र बनाए गए थे। हैफेड, हरियाणा वेयर हाउस, एफसीआई खरीद एजेंसियों ने गेहूं की खरीद की। सबसे अधिक गेहूं की खरीद हैफेड ने की। हैफेड खरीद एजेंसी ने 386877.5 क्विटल गेहूं की खरीद की।

मंडियों में गेहूं खरीद का काम पूरा हो चुका है। फिलहाल 10268 क्विटल गेहूं की लिफ्टिग होना बकाया है। गेहूं आवक अधिक होने से जहां किसानों के इस बार अधिक लाभ मिला है वहीं सरकार को भी 4 फीसद मार्केट फीस के हिसाब से अधिक मार्केट फीस प्राप्त हुई है।

सरसों का नहीं खरीद पाए एक दाना

गेहूं का समर्थन मूल्य खुले बाजार में गेहूं के भाव से 175 रुपये क्विटल अधिक चल रहा है। इसी लिए किसानों ने समर्थन मूल्य पर ही गेहूं बेचा। सरसों का एक भी दाना सरकार नहीं खरीद पाई। सरसों का समर्थन मूल्य 4650 रुपये निर्धारित किया गया था। जबकि मार्केट में सरसों का भाव 7000 रुपये क्विटल से अधिक चल रहा है। इसीलिए सरकारी खरीद एक भी दाना नहीं हुई। सरसों की खरीद किए बिना ही सरकार लाखों रुपये मार्केट फीस के प्राप्त हो गए।

मार्केट कमेटी सचिव एनके मान ने बताया कि पिछल वर्ष 6006 क्विटल सरसों की खरीद हुई थी। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद ही सरसों की खरीद हुई थी। इस बार मार्केट में कीमत अधिक होने के कारण सरसों की सरकारी खरीद नहीं हुई।

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