हैरान कर देगी ऐसी चोरी, मिट्टी के ल‍िए चुराते थे इको वैन के साइलेंसर, कीमत उड़ा देगी होश

पानीपत में चोरी मामले में एक बड़ा पर्दाफाश हुआ। गिरोह के सरगना कार मैकेनिक राम सिंह सहित चार बदमाश साइलेंसर व मिट्टी सहित गिरफ्तार। एक साइलेंसर से निकलने वाली मिट्टी चोरी की बाइक से चीन गुना ज्यादा महंगी बिकती है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:55 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 05:55 PM (IST)
हैरान कर देगी ऐसी चोरी, मिट्टी के ल‍िए चुराते थे इको वैन के साइलेंसर, कीमत उड़ा देगी होश
राम सिंह ने बनाया गैंग एक महीने में छह गाड़ियों के साइलेंसर चोरी कर लिए।

पानीपत, जेएनएन। क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-2) ने ऐसे गिरोह के चार बदमाशों को पकड़ा है जो गाड़ी नहीं बल्कि इको वैन का साइलेंसर चुराते थे। साइलेंसर के अंदर से निकलने वाली धातुयुक्त मिट्टी 20 हजार रुपये किलो बिकती है। एक साइलेंसर से 750 से 800 ग्राम तक मिट्टी निकल जाती थी। इसे बेच कर बदमाशों ने 14 से 18 हजार रुपये कमाने थे। यह गिरोह शहर से लेकर गांव तक एक महीने में छह साइलेंसर चोरी कर चुका था। पुलिस के अनुसार चोरी की बाइक पांच से छह हजार रुपये में बिकती है। जबकि एक साइलेंसर से निकली मिट्टी 18 हजार रुपये में बिक जाती है।

मंगलवार को बदमाश साइलेंसर और मिट्टी बेचने के लिए कच्चा कैंप में घूम रहे थे। तभी चारों को सीआइए-टू ने काबू कर लिया। बदमाशों की पहचान पुरेवाल कालोनी के राम सिंह उर्फ हैप्पी, रोहित, जतिन और गुरुनानकपुरा के राजा के रूप में हुई। सीएआइए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गिरोह का सरगना राम सिंह है। राम सिंह कार के मैकेनिक है। उसे पता था कि ईको गाड़ी के साइलेंसर से बाकी कारो की अपेक्षा ज्यादा मिट्टी निकलती है। उसी से गैंग बनाया और साइलेंसर चोरी वारदातों को अंजाम दिया। गिरोह में शामिल बदमाश जल्द ही लखपति बनना चाहते थे। आरोपितों ने मिट्टी को कबाड़ी को बेचना था। वे इसमें सफल हो पाते इससे पहले ही काबू कर लिए गए। बदमाश पहले रेकी करते थे और फिर घरों के बाहर खड़ी गाड़ी का साइलेंसर चुरा लेते थे।

चोरों आरोपितों को अदालत में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपितों से पूछताछ की जाएगी कि कहां मिट्टी व साइलेंसर बेचने थे।

बदमाशों ने मिट्टी को व्हाइट गोल्ड का नाम दिया था

इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि बदमाशों ने सिलेंडर से निकलने वाली धातुयुक्त मि्टटी को व्हाइट गोल्ड का नाम दिया था। साइलेंसर में कैटेलिटिक कन्वर्टर लगा होता है, जो कि प्लेटिनम ग्रुप ऑफ मेटल्स (पीजीएम) का बना होता है। प्लेटिनम, पैलेडियम और रोडियम को संयुक्त तौर परपीजीएम कहा जाता है। इनकी कीमत सोने से भी अधिक होती है।

ये वारदात कर रखी हैं

- 8 जून की रात मुखिजा कालोनी में घर के बाहर खड़ी राकेश की इको गाड़ी का साइलेंसर चोरी कर लिया।

-13 मई की रात को शांति नगर में घर के बाहर खड़ी जसमेर की गाड़ी का साइलेंसर चुरा लिया।

-15 मई को मुखिजा कालोनी में घर के बाहर खड़ी भूपेंद्र की गाड़ी का साइलेंसर चुरा लिया।

- 15 मई की रात को मुखिजा कालोनी में घर के बाहर खड़ी अजय की गाड़ी का साइलेंसर चुराया।

-20 की रात को मुखिजा कालोनी में घर के बाहर खड़ी दिनेश की गाड़ी का साइलेंसर चोरी कर लिया।

- 27 मई को कालूपीर कालोनी काबड़ी रोड घर के बाहर खड़ी रमेश की गाड़ी चुरा ली।

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