घर जाने की चाह में छूट रहा औद्योगिक नगरी, मुस्कुराते हुए लौटने का वादा
कोरोना महामारी की वजह से प्रवासी श्रमिकों को घर का मोह सता रहा है। घर जाने की चाह में वह रोजी रोटी को छोड़कर जा रहे हैं। हालांकि वे वापस लौटने का वादा जरूर कर रहे।
पानीपत, [अजय सिंह]। कामगार अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। अपने गांव लौटने की चाह में पैदल ही निकल पड़े थे। बस और ट्रेन की आस में घर छोड़कर स्टेशन पर ही दिन और रात गुजारने लगे। आखिरकार सरकार ने इनकी पीड़ा को समझा और बस और ट्रेन को विशेषतौर पर चलाया। अब बिना शुल्क के इन्हें इनके गांव भेजा जा रहा है। पानीपत से श्रमिक विशेष ट्रेनें चलीं। 29 मार्च को रोडवेज ने बसें चलाईं तो 14 मई को रेलवे स्टेशन पर हलचल बढ़ी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 38 हजार से अधिक कामगारों को प्रशासन उनके गृहजिलों के लिए रवाना कर चुका है। यह सिलसिला जारी है।
ऑफलाइन वालों को परेशानी
ऑनलाइन बुक हुई टिकटों का तो यात्रियों को रिफंड मिल गया। ऑफलाइन बुक हुई टिकटें कैंसिल कराने के लिए यात्रियों को रोजाना कई घंटे लाइनों में लगकर बिताने पड़ रहे है। दूसरी ओर पानीपत डिपो की रोडवेज बसों को जहां ऑनलाइन टिकट बुकिंग से सवारियां नहीं मिल रही, वहीं ऑफलाइन टिकट बिक्री शुरू नहीं हुई।
गुरुद्वारा की ओर से उपलब्ध कराया भोजन
पानीपत रेलवे स्टेशन पर झज्जर, सोनीपत से भी लोग पहुंचे। इनके लिए खाने का प्रबंध मॉडल टाउन के गुरुद्वारा रामदास सिंह सभा ने किया। साथ ही पैकिंग करके भी देते रहे हैं ताकि रास्ते के सफर में परेशान न होना पड़े।
18 हजार 220 लोग अपने घरों के लिए रवाना हुए ट्रेन से
16 दिन में 13 रेलगाड़ियों को चलाया गया
34 फीसद लोगों को पहुंचाया गृह राज्य में, रजिस्ट्रेशन कराया था इन्होंने
84 फीसद लोग बिहार गए, ये अधिकतर ट्रेन से जाने वालों में शामिल रहे
21 हजार 863 लोग बस से रवाना हुए
608 बसों को दो माह में चलाया गया
31 मई तक बुक सभी ट्रेन की टिकटों को कैंसिल किया
01 लाख 17 हजार 828 लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
40 हजार 83 लोगों को घर पहुंचा चुका प्रशासन
80 हजार से ज्यादा कामगार खुद ही चले गए
ट्रेन से कब कितने कामगार कहां गए
कुल कामगार-18220
ट्रेन से भेजे कामगार
बिहार : 15420 लोग
मध्यप्रदेश : 1400 लोग
झारखंड : 1400 लोग
बस से भी भेजे गए
उत्तर प्रदेश : 20285 लोग
मध्यप्रदेश : 385 लोग
राजस्थान : 34 लोग
जम्मू-कश्मीर : 21 लोग
उत्तराखंड : 540 लोग
गुजरात : 212 लोग