झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिले, शहर में जल जमाव से आफत
बुधवार को झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए और लोगों ने गर्मी से राहत भी मिली। वहीं शहर की सड़कों पर पानी जमा हो गया। इससे जाम लग गया और वाहन रेंग-रेंगकर चले। कई वाहन खराब भी हो गए। जिले में औसतन 20 एमएम बारिश दर्ज की गई। बापौली क्षेत्र में सबसे ज्यादा 42 एमएम बारिश हुई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिले में बुधवार को झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए और लोगों ने गर्मी से राहत भी मिली। वहीं शहर की सड़कों पर पानी जमा हो गया। इससे जाम लग गया और वाहन रेंग-रेंगकर चले। कई वाहन खराब भी हो गए। जिले में औसतन 20 एमएम बारिश दर्ज की गई। बापौली क्षेत्र में सबसे ज्यादा 42 एमएम बारिश हुई। दो दिनों से लगातार बारिश से तापमान में 5 से 7 डिग्री तक गिरावट रही। दिन का तापमान 39 डिग्री से गिरकर 32 डिग्री पर आ चुका है। दिन रात के तापमान में दो दिन पहले 10 अंकों का अंतर था, जो पांच अंक पर सिमट गया है। तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। एसी, कूलर चलने बंद हो गए हैं। दूसरे दिन इंद्र देवता बापौली पर मेहरबान
एक दिन पहले बापौली ब्लाक में बादल बिना बरसे लौट गए थे, लेकिन बुधवार को इंद्रदेवता मेहरबान रहे। बापौली में 42 एमएम बारिश हुई। बुधवार सुबह बादल छाए रहे। सवा नौ बजे बूंदाबांदी शुरू हुई। 11 बजे से 12.30 बजे तक जमकर बारिश हुई। उसके बाद रुक-रुककर शाम चार बजे तक बूंदाबांदी चलती रही। मौसम विभाग का पूर्वानुमान
15 से 21 जुलाई तक
15-16 जुलाई को मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील
उत्तरी हरियाणा में कहीं-कहीं व दक्षिण पश्चिमी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश का अनुमान। 17 जुलाई को राज्य में सभी क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश, 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच बारिश होगी। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना। यहां पानी जमा होने से हुई दिक्कत, विभागों के दावे हुए फेल
बारिश से जीटी रोड पर खादी आश्रम, एसडी कालेज रोड, चौड़ा बाजार, पचरंगा बाजार में पानी जमा हो गया और वाहन फंसे रहे। इसी तरह से सेक्टर 11 एंजल माल, सैनी कालोनी, बलजीत नगर, सेक्टर-25 ट्रांसपोर्ट नगर और सनौली रोड पर भी पानी जमा हो गया। नाले भी ओवरफ्लो हो गए। बाहरी कालोनियों में तो घरों में भी पानी भर गया। नगर निगम, जनस्वास्थ्य, पब्लिक हेल्थ, सिचाई विभाग से लेकर हशविप्रा के पानी निकासी के लिए की तैयारियों के दावे खोखले साबित हुए। नगर निगम तो सेक्टरों में स्ट्राम वाटर नाले भी साफ नहीं कर पाया। जीटी रोड पर नाले की सफाई का काम चल रहा है। ड्रेन की सफाई नहीं होने से ओवरफ्लो पानी सेक्टरों में भर गया। ब्लाक स्तर पर बारिश
पानीपत : 12 एमएम
समालखा : 18 एमएम
इसराना : 14एमएम
मतलौडा : 10 एमएम
बापौली : 42 एमएम धान की रोपाई ने गति पकड़ी
बलाना गांव के किसान राजेश, नौल्था के बलिद्र और बुड़शाम के विनोद ने बताया कि वे बारिश न होने व बिजली की कमी के कारण धान की रोपाई नहीं कर पा रहे थे। बुधवार को अच्छी बारिश हुई है। अब वे धान की रोपाई में जुट गए हैं। बारिश ने धोया प्रदूषण
झमाझम बारिश ने प्रदूषण को धो डोला। बुधवार को वायु गुणवत्ता का स्तर 29 अंक रहा, जो इस वर्ष का सबसे कम स्तर है। 0 से 50 अंक तक एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहतर माना जाता है। एक सप्ताह पहले वायु गुणवत्ता स्तर 100 अंकों से ऊपर चल रहा था। बिजली की डिमांड 30 लाख यूनिट कम
दो दिन लगातार बारिश होने से कृषि क्षेत्र की बिजली की मांग घट गई। एक दिन में 30 लाख यूनिट बिजली की खपत कम रही। एसी, कूलर चलने के बंद होने के कारण भी बिजली की खपत कम हुई। बारिश आने निगम ने राहत की सांस ली। बिजली की मांग कम होने के बावजूद बारिश तेज हवा चलने से लाइनों में फाल्ट आने के कारण 8 से 10 घंटे के बिजली कट लगे। सेक्टर 25, सनौली रोड पावर हाउस से चलने वाले सेक्टर 24 , सेक्टर 11-12 ऊझा रोड शैड एरिया में 8 घंटे तक लाइट नहीं मिली।