एसई के संज्ञान में मामला, फिर भी मनाना रोड का नहीं हो रहा समाधान
मनाना गांव के लोग कैद की तरह रह रहे हैं। अपने घरों से निकलने में परेशानी हो रही है। गांव से बाहर निकलने वाले सभी रोड खस्ताहाल हैं। लोक निर्माण और मार्केटिग बोर्ड सड़क निर्माण नहीं कर रहे। अब लोक निर्माण के एसडीओ शमशेर सिंह ने ठेकेदार से बातचीत कर एसई से मिलने की योजना बनाई है।
जागरण संवाददाता, समालखा : मनाना गांव के लोग कैद की तरह रह रहे हैं। अपने घरों से निकलने में परेशानी हो रही है। गांव से बाहर निकलने वाले सभी रोड खस्ताहाल हैं। लोक निर्माण और मार्केटिग बोर्ड सड़क निर्माण नहीं कर रहे। अब लोक निर्माण के एसडीओ शमशेर सिंह ने ठेकेदार से बातचीत कर एसई से मिलने की योजना बनाई है। ठेकेदार ने एसई के कहने पर रोड निर्माण की बात स्वीकार की है।
मनाना को जीटी और समालखा बाजार से जोड़ने वाली सड़क लोक निर्माण की है। एक पर ठेकेदार 8 माह पहले पत्थर डालने के बाद तारकोल नहीं लगा रहा है तो दूसरी खस्ताहाल पड़ी है। मनाना बीएड कालेज के पास रेलवे ओवरब्रिज बनने को लेकर उसका निर्माण शुरू नहीं हो रहा है। हालांकि वन विभाग से पेड़ काटने की मंजूरी मिलने के बाद ओवरब्रिज के रूके काम को शुरू होने की उम्मीद है। उसके बाद रोड का निर्माण संभव हो सकता है। वहीं नरायाणा और खलीला ओर जाने वाली सड़क को भी मरम्मत की जरूरत है।
एसई के संज्ञान में मामला
कुलदीप सिंह, राजेंद्र राठी, संदीप सिंह आदि कहते हैं कि एसडीएम, जेई, एसडीओ, एक्सईएन से लेकर एसई तक के संज्ञान में समस्या है। वे पैदल और वाहनों से बाजार नहीं आ पा रहे हैं। हादसे में लोग चोटिल हो रहे हैं। वाहनों को नुकसान हो रहा है। अधिकारियों की इस संबंध में ठेकेदार से बातचीत भी हुई है। एक महीना पहले एसडीएम ने लोक निर्माण एसडीओ से कार्य की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी मांगी थी। फिर भी इसका समाधान नहीं हुआ है।