श्रद्धाभाव से मनाया गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस, लगाई छबीन
गुरु अर्जुन देव का 415वां शहीदी दिवस सोमवार को मनाया गया। गुरुद्वारों में जहां सुखमणी साहिब के पाठ हुए वहीं जगह जगह मीठे पानी की छबील भी लगाई गई। जीटी रोड स्थित गुरुद्वारा गुरु गोविद दरबार साहिब में सुखमणी साहिब का पाठ हुआ।
जागरण संवाददाता, समालखा : गुरु अर्जुन देव का 415वां शहीदी दिवस सोमवार को मनाया गया। गुरुद्वारों में जहां सुखमणी साहिब के पाठ हुए, वहीं जगह जगह मीठे पानी की छबील भी लगाई गई। जीटी रोड स्थित गुरुद्वारा गुरु गोविद दरबार साहिब में सुखमणी साहिब का पाठ हुआ।
प्रधान गोपाल सिंह ने कहा कि गुरु अर्जुन देव जी धर्म की रक्षा के लिए शहीद हुए। उन्हें शहीदों का सरताज भी कहा जाता है। हमें उनके आदर्शों पर चलते हुए मानवता की भलाई के लिए कार्य करने के साथ दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए। गुरुद्वारे में अटूट लंगर में संगत को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर विक्रम सिंह, हैप्पी, गुरप्रीत सिंह, राजबीर,लाभ सिंह, सुरजीत सिंह, हीरा सिंह, स्वर्णजीत कौर, मंदीप कौर, मनोज, सतू, राजेश चुलकाना, काका, अमन मौजूद रहे। यहां भी श्रद्धाभाव से मनाया शहीदी दिवस
गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार साहिब में सुखमणी साहिब पाठ के समापन पर भोग डाला गया। भाई गुरमुख सिंह ने चढ़दी कलां की अरदास गुरु चरणों में की। प्रधान जगतार सिंह बिल्ला ने कहा कि शहीदों के सरताज गुरु अर्जुन देव नम्रता व सहनशीलता की मूर्ति थे। उन्होंने अपने धर्म व कौम की रक्षा के लिए शहादत दी। हमें उनकी पद चिह्नों पर चलकर समाज हित में काम करना चाहिए। इस मौके पर अमित कुमार, मग्गर सिंह, संजू, गुंजन बजाज,महिद्र सिंह, नारायण दास, राजिद्र, सरोज तारा, रूपिद्र कौर, रितू अरोड़ा, राज अरोड़ा, आशा रानी मौजूद रही। पानीपत में जगह-जगह छबील
पानीपत में जगह-जगह मीठे पानी की छबील लगाई गईं। जीटी रोड पर पांच से ज्यादा जगहों पर मीठा पानी पिलाया गया। इसके अलावा मुहल्लों में गुरुद्वारों के आगे पानी पिलाया। लंगर भी लगाया गया।