दीपावली पर्व को लेकर कैथल के बाजारों में रौनक, चीनी सामान गायब

कैथल में दीपावली पर्व का उत्‍साह देखने को मिल रहा है। दीपावली पर्व के अवसर पर बाजार पूरी तरह से सज चुके हैं। बाजारों में खरीदारों की भीड़ बढ़ रही है। वहीं इस बार बाजार से चाइनीज उत्‍पाद पूरी तरह से गायब हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:33 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:33 PM (IST)
दीपावली पर्व को लेकर कैथल के बाजारों में रौनक, चीनी सामान गायब
कैथल में इलेक्‍ट्रानिक मार्केट में सजी दुकान।

कैथल, जागरण संवाददाता। दीपावली पर्व को लेकर अब प्रतिदिन बाजारों में रौनक बढ़ रही है। पर्व को एक सप्ताह से भी कम का समय शेष रह गया है। ऐसे में एक तरफ जहां लोग घरों की साफ-सफाई में जुटे हैं, वहीं दुकानदारों द्वारा भी तैयारियां की जा रही है। कोराेना महामारी का संक्रमण कम होने के बाद इस बार पर्व पर व्यापारियों को भी अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। इस बार बाजारों से चीनी सामान गायब है। थोड़ा बहुत ही चीनी सामान आ रहा है, उनमें 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। जिसमें सजावट के सामान और लड़ियां शामिल हैँ, लेकिन लोग इन्हें कम ही खरीद रहे हैं।

वहीं, इलेक्ट्रानिक्स मार्केट में भी चीनी सामान नहीं है। यहां पर स्वदेशी सामान की अधिक डिमांड है। हालांकि इस बार इलेक्ट्रानिक्स बाजार में बिकने वाले सामान के रेट में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। दुकानदारों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद से केवल ग्राहकों का ही नहीं, बल्कि दुकानदारों का भी चीनी सामान से मोह भंग हुआ है।

सजावट में भी स्वदेशी सामान को पसंद कर रहे

रेलवे गेट स्थित जनरल स्टोर के दुकानदार अश्वनी गाबा ने बताया कि पिछले वर्ष तो कुछ हद तक चाइनीज सामान ग्राहकों द्वारा मांगा जाता था, लेकिन इस बार चाइनीज सामान न के बराबर ही बाजार में उपलब्ध है। इस समय केवल 10 प्रतिशत तक ही चाइनीज सामान बाजार में है। गाबा ने कहा कि दुकानदार हो या ग्राहक दोनों ही इस बार स्वदेशी सामान को पसंद कर रहे हैं। सजावट के सामान में भी ग्राहकों द्वारा स्वदेशी धागे से बनी सजावट की लड़ियां, गेटों पर लटकाने वाली लटकन और यहां तक की बिजली वाली लड़िया भी स्वदेशी की हैं। गाबा ने बताया कि इस बार कच्चे माल के दाम में भी 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद इस सामान के रिटेल में आते ही 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाती है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष बिजली वाली एक सामान्य लड़ी का दाम 100 रुपये था, वह अब बढ़कर 120 रुपये हो गया है। पिछले वर्ष लड़ियों के दाम 80 से शुरू होकर 400 रुपये तक खत्म होते थे, जो अब 90 व 120 से शुरू होकर 500 रुपये तक हैं। इसी प्रकार से सजावट के सामान भी 40 रुपये से शुरू होकर 200 रुपये तक का है। जो पहले 20 से 150 रुपये तक का था। चाइनीज माल का दाम इस बार अधिक है। इसलिए वहां से कारोबार करने वाले व्यापारी भी सामान नहीं ला रहे हैं।

इलेक्ट्रानिक्स मार्केट में भी चीनी सामान नहीं 

भगत सिंह चौक स्थित इलेक्ट्रानिक्स मार्केट के दुकानदार ओम ने बताया कि पिछले दो सालों से इलेक्ट्रानिक्स की आइटम में भी चीनी सामान आना बंद हुआ है। अब अधिकतर इलेक्ट्रानिक्स कपंनियों ने अपना उत्पादन भारत में ही लगाया है। जिसके चलते अब चाइनीज आइटम को भी ग्राहकों द्वारा बिल्कुल पसंद नहीं किया जा रहा है। नामी गिरामी कंपनियों के सामान को ही अधिक पसंद किया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि एलईडी में दो से तीन हजार तो फ्रिज में 2500 से तीन हजार रुपये की बढ़ोतरी हुई है। जिस फ्रिज का दाम दस हजार है। वह इस वर्ष साढ़े 11 हजार रुपये में मिल रहा है। यह दाम कपंनियों के अनुसार है। उदाहरण के तौर पर यदि एलजी कंपनी की 32 इंच एलईडी का दाम पिछले वर्ष साढ़े 16 हजार था। वह इस वर्ष 17 से साढ़े 17 हजार के दाम में मिल रही है। इनका दाम माडल के अनुसार होता है। ओम ने बताया कि चाइनीज सामान की कोई गारंटी नहीं होती है। यह अधिक समय तक नहीं टिकता है। जिस कारण भी ग्राहकों का चाइनीज सामान से मोहभंग हो रहा है।

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