Manufacture industry in Jind: ट्रक बाडी तैयार करने में जींद मशहूर, अब सरकार ने लगाए उम्मीदों के पंख
Manufacture industry in Jind पिछले कुछ सालों में ट्रक बाडी बनाने के मामले में जींद जिला पूरे उत्तर भारत में अपनी अलग पहचान बना चुका है। जींद शहर के साथ लगते रोहतक रोड पर दोनों तरफ दर्जनों ट्रक बाडी तैयार करने की वर्कशाप खुल चुकी हैं।
जींद, जागरण संवाददाता। हरियाणा की राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले जींद जिले में अभी औद्योगिक दृष्टि से विकास की काफी दरकार है। जिले में जो औद्योगिक इकाइयां हैं, उनमें से आधे से ज्यादा इकाइयां बंद पड़ी हैं। पिछले कुछ सालों में ट्रक बाडी बनाने के मामले में जींद जिला पूरे उत्तर भारत में अपनी अलग पहचान बना चुका है। जींद शहर के साथ लगते रोहतक रोड पर दोनों तरफ दर्जनों ट्रक बाडी तैयार करने की वर्कशाप खुल चुकी हैं।
जहां हरियाणा के साथ-साथ दूसरे राज्य से भी ट्रक बाडी तैयार कराने के लिए ट्रांसपोर्टर आते हैं।
प्रदेश सरकार ने भी इस उद्योग को नई पहचान देने के लिए अनूपगढ़ गांव में ट्रक बाडी वर्कशाप बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए प्रशासन की तरफ से अनूपगढ़ गांव में 5 एकड़ जमीन भी चिह्नित की गई है, जिसका प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो जल्द ही ट्रक बाडी वर्कशॉप बन जाएगी। जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेंगे।
कैबिन होते हैं तैयार
ट्रक बाडी वर्कशाप में काम करने वाले कारीगर सलीम ने बताया कि यहां पर नए ट्रक के कैबिन तैयार होते हैं। इसके कारण ही पूरे उत्तर भारत में जींद को पहचान मिली है। इसलिए ही ट्रांसपोर्टर का रुझान जींद की तरफ़ ज्यादा है। हरियाणा के साथ जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई राज्यों से ट्रक केबिन और बाडी तैयार कराने के लिए जींद आते हैं।
हाईवे का भी मिलेगा लाभ
जींद जिले के नेशनल हाईवे से जुड़ने से दूसरे जिलों के साथ कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। जींद से पंजाब की तरफ दातासिंह वाला तक नेशनल हाईवे बनकर तैयार हो चुका है और यहां आवागमन भी शुरू हो चुका है। वहीं रोहतक से जींद तक नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है। इससे दिल्ली से लेकर पंजाब तक जिले की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इसका सीधे तौर पर उद्योगों को भी फायदा होगा। उद्यमियों को बाहर से कच्चा माल लाने में आसानी होगी और अपना प्यार माल दूसरे राज्यों में आसानी से सप्लाई कर सकेंगे जी ने फिलहाल सर्जिकल कॉटन, लेड फैक्ट्रियां और दवाइयां बनाने की फैक्ट्रियां हैं। जहां से तैयार माल पंजाब, दिल्ली समेत कई राज्यों में जाता है।
ट्रक बाडी वर्कशाप के लिए देखी जा रही जमीन
डीडीपीओ आरके चांदना ने बताया कि ट्रक बाडी वर्कशाप के लिए प्रदेश सरकार के आदेश पर अनूपगढ़ गांव में 5 एकड़ जमीन देखी है। जिस का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेजा गया है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।