मांडी ग्राम पंचायत को 21.93 लाख का फटका, बीडीपीओ-पूर्व ग्राम सचिव तलब

इसराना खंड के गांव मांडी की करीब आठ एकड़ शामलात भूमि से पट्टाधारकों ने ठेका से दो फुट अधिक मिट्टी उठा ली। शर्त अनुसार छोड़े गए ठेका की 50 फीसद रकम भी मौके पर जमा नहीं की गई। नतीजा ग्राम पंचायत को 21.93 लाख 970 रुपये का फटका लग गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:09 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:09 AM (IST)
मांडी ग्राम पंचायत को 21.93 लाख का फटका, बीडीपीओ-पूर्व ग्राम सचिव तलब
मांडी ग्राम पंचायत को 21.93 लाख का फटका, बीडीपीओ-पूर्व ग्राम सचिव तलब

जागरण संवाददाता, पानीपत : इसराना खंड के गांव मांडी की करीब आठ एकड़ शामलात भूमि से पट्टाधारकों ने ठेका से दो फुट अधिक मिट्टी उठा ली। शर्त अनुसार छोड़े गए ठेका की 50 फीसद रकम भी मौके पर जमा नहीं की गई। नतीजा, ग्राम पंचायत को 21.93 लाख 970 रुपये का फटका लग गया। ग्रामीण की शिकायत पर एडीसी ने बुधवार को बीडीपीओ व पूर्व ग्राम सचिव राष्ट्रपति अवार्डी नरेंद्र सिंह सहित सभी पक्षों को अलग-अलग तारीख में तलब किया है।

शिकायतकर्ता जयभगवान ने लीज शर्तों का हवाला देकर एडीसी को दी शिकायत में बताया कि साढ़े तीन एकड़ भूमि से मिट्टी उठाने का ठेका हनुमान भट्ठा कंपनी के मालिक सोमबीर को 76 हजार रुपये प्रति फुट के हिसाब से दिया गया था। जागलान भट्ठा कंपनी के मालिक दलबीर को ढ़ाई एकड़ भूमि का ठेका 1.1 लाख प्रति फुट और बाकी का ठेका कमल ग्राम उद्योग समिति के संजीव को 1.26 लाख रुपये प्रति एकड़ दिया गया था।

पट्टेधारकों को दो फुट गहराई तक मिट्टी उठानी थी। ठेका की कुल राशि 15.41 लाख रुपये बनती है। रकम की आधी राशि ठेका के समय ही पट्टेधारकों को जमा करानी थी। आरोप है कि पट्टेधारकों ने ठेका से अतिरिक्त दो से पांच फुट तक अधिक मिट्टी उठा ली। खंड विकास एंव पंचायत (बीडीपीओ) ने एग्रीमेंट से अधिक मिट्टी उठाने की बाबत 15 जनवरी 2021 को 17.41 लाख 330 रुपये की रिकवरी निकाली थी। फरवरी में मात्र 10.88 लाख 360 रुपये पंचायत खाता में जमा कराकर फाइल को बंद कर दिया और सीएम विडो पर भी रिपोर्ट कर दी है।

शिकायतकर्ता का आरोप है कि पट्टेधारकों, बीडीपीओ और पूर्व ग्राम सचिव की मिलीभगत से पंचायत को 21.93 लाख 970 रुपये का नुकसान पहुंचा है। आरोपितों से रकम की रिकवरी हो और आपराधिक मुकदमा भी दर्ज होना चाहिए। अन्य पक्षों को भी बुलवाया :

एडीसी ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक को पत्र लिखकर तीनों पट्टेदारों को भी 30 जून, अपराह्न 11 बजे रिकार्ड सहित कार्यालय में बुलवाया है। इसी दिन शिकायतकर्ता को भी पहुचने के निर्देश दिए हैं के लगाए गए आरोपों के संबंध में दस्तावेज प्रस्तुत करें। शिकायत पर जांच जारी

एडीसी वत्सल वशिष्ठ ने बताया कि शिकायत पर जांच की जा रही है। सभी पक्षों से रिकार्ड भी मंगाया गया है। पट्टेदारों पर रकम निकलती है तो उनसे रिकवरी की जाएगी। देरी से हुआ आकलन

बीडीपीओ जितेंद्र शर्मा ने कहा कि मिट्टी उठान के बाद पट्टेदारों ने भूमि पर फसल उगा ली थी। फसल पकने और उठान में समय लगता है, इस कारण अधिक मिट्टी उठाने का आकलन देरी से हुआ। एडीसी कार्यालय में केस है, जो आदेश होंगे अमल में लाया जाएगा। रकम वसूली मेरा काम नहीं

मिट्टी उठान का पट्टा देते समय ग्राम सचिव रहे पदमश्री अवार्डी नरेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत के साथ लगकर बोली कराना हमारा काम था। रकम भी जमा करा ली थी। अधिक मिट्टी उठान पर दोगुना रकम वसूली शर्त में शामिल थी। पट्टेदारों ने अधिक मिट्टी उठाई, रिकवरी करना बीडीपीओ का काम है।

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