यमुनानगर में झाड़ियों मिले शव की एक पर्ची से हुई शिनाख्त, काम ढूंढने के लिए निकला था घर से

यमुनानगर में रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में सोमवार को शव मिला था। उसकी जेब से मिली टेलर की पर्ची के आधार पर शिनाख्त हुई है। तीन दिन से वह टेलर के पास काम कर रहा था। कुछ दिन पहले ही यहां आया था। गला घोंटकर उसकी हत्या की गई।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 05:43 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:43 PM (IST)
यमुनानगर में झाड़ियों मिले शव की एक पर्ची से हुई शिनाख्त, काम ढूंढने के लिए निकला था घर से
मृतक बहन के घर से काम तलाशने की बात कहकर निकाला था। झाड़ियों में हाथ बंधा शव मिला था।

यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर में रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों से बरामद शव की शिनाख्त हो गई है। मृतक की पहचान बिहार के जिला मोतिहारी के गांव गोस्वामी टोल्ला निवासी 30 वर्षीय सोहराज आलम के रूप में हुई है। शव से कुछ दूरी पर मिली एक टेलर की पर्ची के आधार पर जीआरपी पुलिस ने शिनाख्त की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक की बहन जरीना खातून के बयान पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। 

सोमवार की दोपहर को रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में किसी ने शव पड़ा देखा था। इसके बाद जीआरपी को पता लगा। पुलिस ने शव को देखा, तो उसके गले पर कपड़ा बंधा हुआ था। गमछे से उसकी दोनों बाजू कमर की तरफ कर बांधी गई है। शरीर पर चोटों के निशान थे। जिसे देखकर लग रहा था कि हत्या करने के बाद शव को यहां पर फेंका गया है। मृतक के पास से कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं मिला था। जिससे उसकी पहचान हो सके। जीआरपी थाना पुलिस ने शव काे पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया और पड़ताल शुरू कर दी थी। 

समीर नाम के टेलर की मिली थी पर्ची

जब पुलिस ने घटनास्थल पर जांच की थी, तो शव से कुछ दूरी पर एक पर्ची मिली। इस पर समीर टेलर का नाम व मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। पुलिस ने समीर को कॉल कर थाने में बुलाया। यहां आकर उसे मृतक का फोटो दिखाया गया। उसने देखते ही बता दिया कि यह तीन दिन से उनके पास कार्य कर रहा था। इसका नाम सोहराज आलम है। वह मोबाइल नहीं रखता था। समीर ने पुलिस को बताया कि सोहराज आलम को पैसे का कोई लालच नहीं था। दिन में वह दो या तीन टीशर्ट सिल देता था। इसके 150-200 रुपये उसे दे देते थे। समीर के मोबाइल से ही कभी कभार फोन कर लेता था। इस पर उन नंबरों पर काल की गई, तो वह बिहार में मिले। इसके बाद पता लगा कि मृतक सोहराज आलम की बहन जरीना खातून यहां बिलासपुर के रामखेड़ी गांव में रहती है।

आने को तैयार नहीं हुई बहन, गाड़ी भेजकर बुलाया

जीआरपी थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद ने बताया कि मृतक की बहन जरीना खातून को फोन कर इस बारे में बताया, तो पहले उसने आने से ही इन्कार कर दिया। बाद में गाड़ी भेजकर उसे थाने में बुलाया गया। यहां पर उसने शव की शिनाख्त अपने भाई के रूप में की। मृतक का एक चाचा भी यहां किसी फैक्ट्री में कार्य करता है। उसे भी बुलाया गया है, लेकिन वह नहीं आया। यमुनानगर में सोहराज आलम कहां रहता था। इस बारे में किसी को नहीं पता है। मामले को ट्रेस करने के लिए टीमें लगी हुई हैं। 

एक सप्ताह पहले ही आया था यमुनानगर

पुलिस की जांच में सामने आया कि एक सप्ताह पहले ही वह यहां पर आया था। एक- दो दिन अपनी बहन जरीना खातून के पास रहा। जरीना खातून का पति रामखेड़ी के पास किसी फैक्ट्री में मजदूरी करता है। बहन के घर से वह यही कहकर निकला था कि कुछ काम तलाशने के लिए जा रहा है। इसके बाद से स्वजनों का उससे कोई संपर्क नहीं हुआ था। मृतक की दो शादियां  हैं। एक पत्नी की बीमारी की वजह से आंखे चली गई थीं। उससे तीन बच्चे हैं। दूसरी शादी से एक बेटी है। दूसरी पत्नी अपने मायके बिहार के भागलपुर में रहती है।

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