पानीपत जेल में बड़ी पहल, रेडियो स्टेशन शुरू..आरजे बने बंदी

रेडियो स्टेशन बनने पर दोनों ने ही पानीपत में बंदियों को ट्रेनिग सर्टिफिकेट भी सौंपे। अब फरीदाबाद और अंबाला में यह प्रोजक्ट शुरू होगा। दरअसल इन तीन जिलों में पांच दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिग हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 06:05 AM (IST)
पानीपत जेल में बड़ी पहल, रेडियो स्टेशन शुरू..आरजे बने बंदी
पानीपत जेल में बड़ी पहल, रेडियो स्टेशन शुरू..आरजे बने बंदी

जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत जेल में बड़ी पहल की गई है। दिल्ली की तिहाड़ और उत्तर प्रदेश आगरा जेल की तरह यहां पर रेडियो स्टेशन शुरू हो गया है। प्रदेश के पहले रेडियो जेल स्टेशन का उद्घाटन जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंस से किया। इसी के साथ यहां पर छह बंदियों को रेडियो जाकी बनने का मौका मिल गया। इन्हें साथी बंदी अब आरजे कहने लगे हैं।

तिनका तिनका फाउंडेशन एवं लेडी श्रीराम कालेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डा. वर्तिका नंदा के आइडिया पर पुलिस महानिदेशक (जेल) के. सेल्वराज ने इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया। रेडियो स्टेशन बनने पर दोनों ने ही पानीपत में बंदियों को ट्रेनिग सर्टिफिकेट भी सौंपे। अब फरीदाबाद और अंबाला में यह प्रोजक्ट शुरू होगा। दरअसल, इन तीन जिलों में पांच दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिग हो चुकी है।

रोजाना एक घंटे का कार्यक्रम

जेल में रोजाना एक घंटे का कार्यक्रम प्रसारित होगा, जो पूरी तरह से जेल की गतिविधियों पर केंद्रित होगा। बंदी ही कलाकार होंगे। हरियाणा में इस समय करीब 18 हजार बंदी जेलों में हैं। पानीपत जेल में फिलहाल 940 बंदी हैं। जेल रेडियो स्टेशन स्थापित करने का उद्देश्य बंदियों के जीवन में बदलाव लाना है। वर्कशॉप के दौरान ही देखा गया है कि बंदियों का स्वभाव, दिनचर्या बदल रही है। वे अपने बारे में बताने लगे हैं। कहते हैं कि अपराध की दुनिया से बाहर निकलकर समाज के साथ घुल-मिलकर रहना है। जेल रेडियो ने उन्हें नई जिदगी का मौका दिया है। जेल रेडियो के माध्यम से उनके अंदर छिपी प्रतिभा सामने आएगी। अगर कोई बंदी गीत-संगीत सीखना चाहता है तो हरियाणा लोक संपर्क विभाग के माध्यम से ट्रेनर की व्यवस्था की जाएगी।

बैरक में सुन सकेंगे रेडियो

यह पूरी तरह से जेल का आंतरिक रेडियो स्टेशन होगा। बैरकों के बाहर स्पीकर लगाए गए हैं। रेडियो जाकी अपने अनुभव साझा करेंगे। प्रेरक कहानी सुनाएंगे। फरमाइश पर गीत सुनाएंगे। बंदियों की तरफ से पूछे जाने वाले सवालों के जवाब भी देंगे। सवाल पर्ची के माध्यम से पूछे जाएंगे। पहले दिन बंदियों को उनकी ही आवाज में रिकार्ड किया गया कार्यक्रम सुनाया गया। फरीदाबाद में दस महिला बंदी भी आरजे बनी हैं अंबाला में छह बंदियों में से दो को तबला बजाना आता है। पंजाबी गीत सुनाते हैं।

तिनका तिनका फाउंडेशन की पहल

तिनका तिनका फाउंडेशन ने जेल में रेडियो स्टेशन स्थापित करने की पहल की है। फाउंडेशन की संस्थापक डा.वर्तिका नंदा ने बताया कि उन्होंने तिहाड़ जेल में यह व्यवस्था देखी थी। तभी सोचा था कि अन्य जेलों में ऐसी शुरुआत कराएंगी। हरियाणा में उनकी पहल पर यह स्टेशन लग रहा है। जिला जेल आगरा में 2019 में तिनका तिनका फाउंडेशन ने जेल रेडियो स्थापित किया है।

जेल को सुधार गृह बनाएंगे

प्रदेश के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि जेल रेडियो की यह कोशिश जेलों को सुधार गृह बनाने की तरफ एक बहुत बड़ा कदम है। तिनका तिनका फाउंडेशन की यह पहल बंदियों का जीवन बदलेगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि जेल रेडियो की वजह से जेलों में संवाद की कमी पूरी होगी। पुलिस महानिदेशक (जेल) के.सेल्वराज ने कहा कि बहुत जल्द फरीदाबाद और केंद्रीय जेल अंबाला में ऐसा स्टेशन स्थापित करेंगे। पानीपत जेल के सुपरिटेंडेंट देवीदयाल, जेल के उप अधीक्षक जोगेंद्र सिंह ने व्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया।

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