प्‍यार की खता, नाबालिग प्रेमिका को ट्रेन में छोड़कर भागा प्रेमी, अब परिवार ने भी अपनाने से किया इंकार

एक नाबालिग को उसका प्रेमी छोड़कर भाग गया। प्रेमी पानी लाने के बहाने ट्रेन से उतरा और भाग गया। दिल्ली से ट्रेन में साथ गया बिहार में छोड़कर भागा। पानीपत में पुलिस को घूमती मिली किशोरी। अब उसके परिवार वालों ने अपनाने से इंकार कर दिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:26 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:54 AM (IST)
प्‍यार की खता, नाबालिग प्रेमिका को ट्रेन में छोड़कर भागा प्रेमी, अब परिवार ने भी अपनाने से किया इंकार
नाबालिग प्रेमिका को छोड़कर भाग गया प्रेमी।

पानीपत [राज सिंह]। मूल रूप से बिहार के जिला नालंदा के एक गांव की निवासी 16 साल की किशोरी ने दिल्ली के एक ट्रक चालक से प्रेम करने की खता की। बहन के घर से भागी, तीन माह प्रेमी के साथ रही। प्रेमी उसे माता-पिता से मिलाने का झांसा देकर बिहार ले गया। रेलगाड़ी जब नालंदा रेलवे स्टेशन पहुंची तो वह पानी लाने के बहाने फरार हो गया। किशोरी कक्षा तीन तक पढ़ी है। अब माता-पिता और बड़ी बहन-जीजा ने भी किशोरी को अपनाने से इन्कार कर दिया है।

बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी), पानीपत की सदस्य मीना कुमारी, अशोक कुमार, एडवोकेट शिव सहाय ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी है। मीना कुमारी ने बताया कि किशोरी बड़ी बहन के घर दिल्ली (कालोनी का नाम किशोरी को नहीं मालूम) के साथ रह रही थी। वहां पड़ोसी ट्रक चालक से उसे प्रेम हो गया। बहन के घर से भागी, तीन माह प्रेमी के साथ रही। प्रेमी उसके माता-पिता से मिलाने का झांसा देकर बिहार ले गया और रेलवे स्टेशन पर छोड़कर फरार हो गया।

किशोरी अपने गांव पहुंची तो माता-पिता ने यह कहकर घर से निकाल दिया कि जिसके साथ तीन माह रही, उसी के साथ रहे। फिर उसने दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचकर बहन से संपर्क किया तो उसने भी साथ रखने से इन्कार कर दिया। भूखी-प्यासी किशोरी ट्रेन में बैठकर पानीपत पहुंची। रेलवे स्टेशन से भटकती हुई वह किला थाना क्षेत्र में पहुंची। वहां महिला मजदूरों से मांगकर खाना खाया। रात्रि में घर ठहराने की गुहार लगाई तो महिलाओं ने इन्कार कर दिया। उन्हीं में से किसी ने किला थाना में सूचना दी। पुलिस ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया था। प्राथमिक जानकारी जुटाने के बाद उसे चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में भेजा गया है।

माता-पिता का नंबर नहीं मिला

सीडब्ल्यूसी के सदस्य अशोक कुमार ने बताया कि किशोरी के जीजा को फोन किया। उसने लड़की को घर में रखने से मना कर दिया। लड़की के माता-पिता का फोन नंबर भी नहीं बताया। अब नालंदा जिला की सीडब्ल्यूसी की मदद से किशोरी के माता-पिता से संपर्क किया जाएगा।

किशोरी चाहेगी तो कराएंगे मुकदमा दर्ज

एडवोकेट शिव सहाय ने बताया कि स्वजन किशोरी को लेने आते हैं, वह उनके साथ जाना चाहती है तो भेज दिया जाएगा। स्वजनों ने नहीं अपनाया तो चाइल्ड केयर इंस्टीट््यूशन में रहेगी। वह आरोपित प्रेमी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराना चाहे तो उसकी मदद की जाएगी।

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