Kisan Mahapanchayat: पानीपत में बोले राकेश टिकैत, कहा- ट्रैक्टर तैयार रखो, कभी भी दिल्ली में जरूरत पड़ सकती है

पानीपत में किसान महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। राकेश टिकैत भी पानीपत पहुंच चुके हैं। इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत समलखा अनाज मंडी गए। पानीपत में नई अनाज मंडी के शेड के नीचे किसान और उनके समर्थक पहुंच रहे हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:17 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 04:18 PM (IST)
Kisan Mahapanchayat: पानीपत में बोले राकेश टिकैत, कहा- ट्रैक्टर तैयार रखो, कभी भी दिल्ली में जरूरत पड़ सकती है
किसान महापंचायत पानीपत में किसान नेता राकेश टिकैत का संबोधन।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में किसान महापंचायत में भारी संख्या में किसान पहुंचे। भारत बंद से ठीक एक दिन पहले महापंचायत का आयोजन किया गया। गुरनाम सिंह चढ़ूनी, राकेश टिकैत समेत कई किसान नेता महापंचायत में पहुंचे। पानीपत पहुंचने पर टिकैत का जोरदार स्‍वागत किया गया। उनको बाइकों, ट्रैक्‍टरों के काफि‍ले के साथ महापंचायत तक लाया गया।

यहां सब क्रांतिकारी है: राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां छाया में बैठे हुए भी गर्म है। यहां सब क्रांतिकारी है। उन्होंने कहा कि किसान मान सम्मान को प्राथमिकता देता है। हम धोखा नहीं देते और षडयंत्र नहीं रचते। धार्मिक झंडे का आंदोलन से कोई मतलब नहीं था। ये सभी सभी किसानों का आंदोलन है। आज किसान की फसल नहीं बिकती। धीरे धीरे एक-एक राज्य को मारने का प्लान है।

किसान को कमजोर करने की साजिश है।

राकेश टिकैत ने कहा कि किसान की सड़क के पास जमीन नहीं बची। अगर होगी तो वो कमर्शियल काम नहीं कर सकता। सरकार कान खोलकर सुन ले, अगर दस साल भी आंदोलन करना पड़े तो करेंगे। सबसे ज्यादा जिम्मेदारी युवा किसानों के उपर है, उन्हें आगे आकर इस संघर्ष में हमारा साथ देना होगा। ये आमने-सामने की लड़ाई।

ट्रैक्टर तैयार रखें

राकेश टिकैत ने गन्ना किसानों के बकाया को लेकर कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में भी गन्ना किसानों का बकाया समय पर नहीं दिया गया। इसलिए जब तक कानून वापसी नहीं होती आंदोलन यूं ही चलता रहेगा। किसान भाई ट्रैक्टर तैयार रखो, कभी भी दिल्ली में जरूरत पड़ सकती है।

आपने गलत जगह पंगा लिया है

राकेश टिकैत ने आगे कहा किसान दस महीने से वापिस नहीं आया। आगे भी वापिस नहीं आएगा। आपने गलत जगह पंगा लिया। किसान तो कबड्डी खेलने वाले हैं, कुश्ती खेलने वाले हैं। मिट्टी में खेलने वाले किसान हैं। हमें युवा साथियों का साथ चाहिए। फेसबुक और ट्विटर पर आंदोलन चलाओ। क्योंकि हमारा मुकाबला आईटी सेल से है। देश का युवा किसान इस आंदोलन से जुड़ा है। युवाओं को मोबाइल से भी जोड़ना है।

हम शिफ्ट में काम करते हैं

राकेश टिकैत ने कहा कि हम शिफ्ट में काम करते हैं कोई सुबह आ जायेगा, कोई शाम को आ जाये। हमारे हौंसले बुलंद है इसलिए जितना जल्द कानून वापस लेंगे, उतना बेहतर रहेगा। अपना आंदोलन मजबूत रखो, चुनाव में वोट की चोट मारेंगे।

किसान अभी शांत है: चढ़ूनी

भाकियू अध्‍यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान अभी शांत है। अगर हमें क्रोध आ गया तो प्रधानमंत्री की कोठी के सामने बैठ जाएंगे। हमने वोट देकर सरकार बनाई। आपके पास बदलाव की भी ताकत गया। सरकार तो किसान ही बनाता है। लेकिन सरकार हमसे ही वोट लेकर हमें ही लठ मार रही है। उन्होंने कहा कि अगर आपको पुलिस गिरफ्तार करने आती है तो उसे वहीं बैठा लें। हमें अपनी अंगुली टेढ़ी भी करनी आती है।

70 साल से लूट ही रहे हैं: चढ़ूनी

चढ़ूनी ने कहा कि जो किसान देश की जीडीपी में अहम भूमिका निभाता है। आज उसी किसान को लूटा जा रहा है। किसान को 70 साल से लूटा जा रहा है। कनपट्टी पर बंदूक रखकर नहीं, ब्लकि कानून बनाकर। इसलिए आज देश को बड़े बदलाव की जरूरत है।

समालखा में राकेश टिकैत

पानीपत से पहले राकेश टिकैत समालखा अनाजमंडी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि जिस तरह दूसरे प्रदेश के लोगों को यहां की मंडी में फसल बेचने आना पड़ रहा है, ठीक यही हालात हरियाणा के हो जाएंगे। यहां मजदूरी करने वाले पहले किसान ही थे।

समालखा अनाजमंडी में राकेश टिकैत।

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