जींद में 8 महीने में ही 140 करोड़ की शराब बिकी, सरकार का भरा खजाना
पूरे प्रदेश का 7500 करोड़ रुपये और जींद जिले का राजस्व जुटाने का 160 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था। अनलॉक के बाद 6 मई से नई नीति लागू हो पाई। 31 जनवरी तक जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 140 करोड़ का राजस्व मिला है।
पानीपत/जींद, जेएनएन। सरकार की नई आबकारी नीति के अनुसार जींद के आबकारी विभाग को 160 करोड़ के राजस्व हासिल करने का लक्ष्य दिया गया था, जिसे विभाग हासिल करने के बहुत नजदीक पहुंच गया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के समाप्त होने में अभी भी दो महीने बाकी हैं और आबकारी विभाग के खजाने में 140 करोड़ रुपये आ चुके हैं। कोरोना में लॉकडाउन के कारण तीन महीने तक शराब ठेके बंद भी रहे, इसके बावजूद जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 140 करोड़ रुपये का राजस्व मिल चुका है।
इसी साल मार्च में नई आबकारी नीति लागू हुई थी, लेकिन 23 मार्च को लॉकडाउन लग गया था और शराब ठेके बंद हो गए थे। पूरे प्रदेश का 7500 करोड़ रुपये और जींद जिले का राजस्व जुटाने का 160 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था। अनलॉक के बाद 6 मई से नई नीति लागू हो पाई। तब से 31 जनवरी तक जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 140 करोड़ का राजस्व मिला है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले भी काफी बेहतर है। लॉकडाउन के दौरान शराबबंदी हुई तो एक बार यह लग रहा था कि शराब ठेकों से इस बार न सरकार को आमदनी होगी और न ही शराब ठेकेदारों को लेकिन जब अनलॉक हुआ तो शराब की बिक्री के मामले में लॉकडाउन के भी महीनों को भी रिकवर कर दिया।
पिछले वित्तीय वर्ष नहीं हो पाया था टारगेट पूरा
वित्तीय वर्ष 2019-20 में जींद के आबकारी विभाग का शराब ठेकों का रेवेन्यू टारगेट 148 करोड़ का रखा गया था लेकिन विभाग 134.87 करोड़ रुपये ही राजस्व के रूप में जमा कर पाया था। 2020-21 के वित्तीय वर्ष में 12 करोड़ रुपये बढ़ाकर 160 करोड़ का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है और 140 करोड़ रुपये का राजस्व अभी तक आ चुका है। अभी इस वित्तीय वर्ष के दो महीने बाकी हैं। विभाग को उम्मीद है कि इस बार विभाग लक्ष्य से ज्यादा राजस्व मिलेगा।
जिले में शराब के 104 ठेके और 180 उप-ठेके
इस वित्तीय वर्ष में कुल 284 शराब ठेके और उप-ठेके हैं। इनमें 104 शराब ठेके हैं तो 180 उप-ठेके खोले गए हैं। विभाग द्वारा देशी शराब का कोटा 64.80 लाख प्रूफ लीटर तो अंग्रेजी शराब का 7.28 लाख प्रूफ लीटर निर्धारित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष की शराब ठेकों को लेकर लाइसेंस फीस 108 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।
टारगेट से ज्यादा आएगा रेवेन्यू : रणधीर सिंह
जिला आबकारी एवं कराधार आयुक्त (डीईटीसी) रणधीर सिंह ने बताया कि शराब ठेकों से अभी तक जिला आबकारी विभाग को 140 करोड़ रुपये का रेवेन्यू आ चुका है। इस हिसाब से 160 करोड़ रुपये का विभाग का टारगेट समय से पहले ही पूरा हो जाएगा। रणधीर सिंह ने बताया कि पिछली पेंडेंसी भी अब क्लीयर हुई हैं, इसलिए रेवेन्यू में बढ़ोतरी हुई है।