मशीन लर्निंग, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस पर किया प्रेरित

प्रोफेसर एसके गक्खड़ (कुलपति इंदिरा गांधी विश्विद्यालय मीरपुर रेवाड़ी) ने कहा कि तकनीकी के बदलते दौर में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशल इंटेलीजेंस हर इंडस्ट्री की जरूरत बन गई है। चाहे चालक विहीन कार की बात हो या रिमोट सर्जरी की हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का प्रयोग हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Jul 2021 05:11 AM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 05:11 AM (IST)
मशीन लर्निंग, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस पर किया प्रेरित
मशीन लर्निंग, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस पर किया प्रेरित

जागरण संवाददाता, समालखा : पाइट कालेज में चौथे चरण के शार्ट टर्म ट्रेनिग प्रोग्राम (एसटीटीपी) का शुभारंभ किया गया। प्रतिभागियों को डिजाइन आफ साफ्ट कंप्यूटिग बेस्ड मशीन लर्निंग माडल के बारे में जानकारी दी गई। मुख्य अतिथि प्रोफेसर एसके गक्खड़ (कुलपति इंदिरा गांधी विश्विद्यालय, मीरपुर रेवाड़ी) ने कहा कि तकनीकी के बदलते दौर में मशीन लर्निंग और आर्टिफिशल इंटेलीजेंस हर इंडस्ट्री की जरूरत बन गई है।

उन्होंने कहा कि चाहे चालक विहीन कार की बात हो या रिमोट सर्जरी की, हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का प्रयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि मशीनीकरण के इस युग में जहां इंसान की जगह मशीन ले रही है, वहां बढ़ती बेरो•ागारी हमारे लिए समस्या पैदा न कर दे, इसका भी हमें ध्यान रखना होगा।

वाइस चेयरमैन राकेश तायल, प्रबंधन समिति के शुभम तायल, निदेशक डा. शक्ति कुमार, प्रोफेसर विजय अठावले, डीन इंजीनियरिग प्रो. अंजू गांधी ने भी विचार रखे। शुभम तायल ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलिटी जैसी इमर्जिंग टेक्नोलाजी देश की अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है। विद्यार्थियों को इसे चुनौती मानकर पहले से तैयारी करनी होगी। डा. शक्ति कुमार ने मशीन लर्निंग के सभी माडल्स को प्रतिभागियों के समक्ष रखा। एलपीयू, जालंधर के प्रो़फेसर अमर सिंह ने लीनियर, नान लीनियर, मल्टी लेयर एवं अन्य रिग्रेशन मॉडल्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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