जींद में महिला एसपीओ ने निगला जहरीला पदार्थ, सुसाइड नोट में लिखा, मेरे बेटे को इन दुष्टों की छाया से भी दूर रखना

जींद के सफीदों का मामला। महिला एसपीओ सदर थाना सफीदों में तैनात थी। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर पति सहित छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह बताई जा रही है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 08:35 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 08:35 PM (IST)
जींद में महिला एसपीओ ने निगला जहरीला पदार्थ, सुसाइड नोट में लिखा, मेरे बेटे को इन दुष्टों की छाया से भी दूर रखना
जींद में आत्महत्या करने वाली महिला एसपीओ पूनम।

संवाद सूत्र, सफीदों (जींद)। गांव साहनपुर के निकट बुधवार को सदर थाना सफीदों में तैनात महिला एसपीओ ने घरेलू कलह के चलते जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। एसपीओ ने मरने से पहले सुसाइड नोट व वाइस रिकार्डिंग करके अपने भाई के पास भेज दी। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर पति सहित छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।

सोनीपत जिले के गांव बनवासा निवासी वेदपाल ने सफीदों सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी बहन पूनम गांव खातला निवासी सुखविंद्र के साथ शादीशुदा थी और सदर थाना सफीदों में एसपीओ कार्यरत थी। पूनम का पति व ससुराल के दूसरे लोग अकसर उसके साथ मारपीट करते थे। इसको लेकर जब भी वह खातला आते तो पति सुखविंद्र माफी मांग लेता, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।

बुधवार को पूनम ड्यूटी के लिए स्कूटी पर घर से निकली थी। जब वह गांव साहनपुर के खेतों के पास पहुंची तो उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया और वहीं पर गिर गई। खेतों में काम रहे लोगों ने उसको देख लिया और उसके फोन के माध्यम से परिवार के लोगों को अवगत करवाया। जहां पर अस्पताल में पहुंचते ही उसकी मौत हो गई।

सुसाइड नोट मिला, भाई के पास वाइस रिकार्डिंग भी भेजी

पुलिस ने पूनम के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें पति सुखजिंद्र, ताऊ रामफल, ताई कांता, ताऊ के लड़के नरेंद्र, उसकी पत्नी रीना व ताऊ के लड़के मनोज पर मारपीट करके परेशान करने के आरोप लगाए हुए हैं। एसपीओ ने सुसाइड नोट के अलावा वाइस रिकार्डिंग करके अपने भाई वेदपाल के पास भेजा हुआ है। डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर पति सुखविंद्र सिंह सहित छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।

सुसाइड नोट में लिखा, मेरे बेटे को इन दुष्टों की छाया से भी दूर रखना

एसपीओ पूनम के पास से पुलिस ने आधे पन्ने का सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में पति की बजाए ताऊ रामफल व उसके परिवार का नाम लिखा हुआ है और सभी आरोपितों के नाम लिखने के बाद सबसे आखिर में पति सुखविंद्र का नाम लिखा गया है। वहीं पूनम ने अपने सगे सास व ससुर का सुसाइड नोट में जिक्र तक नहीं किया है। पूनम ने आरोपितों के नाम लिखते हुए कहा कि सभी आरोपित उसके साथ मारपीट करते थे, इसलिए उनको सख्त से सख्त सजा दी जाए। मेरे बेटे यश को इन दुष्टों की छाया से भी दूर रखा जाए। मेरी जो नकदी व अन्य संपत्ति है वह उसके बेटे यश के नाम की जाए।

अस्पताल में काफी देर तक चली पंचायत, समझौते का बनाया दबाव

इसके अलावा पूनम ने वाइस रिकार्डिग करके अपने भाई वेदपाल के व्हाट्सएप पर भेजी गई है। इसमें भी उसने सुसाइड नोट से संबंधित बातों का ही जिक्र किया हुआ है। पुलिस ने सुसाइड नोट व वाइस रिकार्डिंग को कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया है। पूनम की आत्महत्या के बाद अस्पताल में काफी देर तक पंचायत चली और आरोपित पक्ष के लोगों ने समझौते का प्रयास किया, लेकिन पूनम के मायका पक्ष के लोग उनकी बातों को नहीं माना। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर ताऊ रामफल, नरेंद्र, मनोज, रानी, कांता, सुखविंद्र के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है।

जींद में महिला एसपीओ पूनम के सुसाइड के मामले में अस्पताल के बाहर बैठे स्वजन।

जहर निगलने के बाद चाचा ससुर के पास किया फोन

स्वजनों ने बताया कि पूनम सुबह करीब दस बजे ड्यूटी के लिए घर से निकली थी। जब वह गांव साहनपुर के खेतों के निकट पहुंची तो उसने स्कूटी को रोककर जहरीले पदार्थ की डिब्बी निकालकर उसे निगल लिया। जहर निगलते ही पूनम की स्कूटी गिर गई। इस दौरान पास के खेत में काम कर रही एक दंपती की नजर पड़ गई। उन्होंने तुरंत ही पूनम को संभाला। जब दंपती ने पूनम से बात की तो उसने कहा कि मेरे फोन में चाचा ससुर सुरेश व चाची सास सुदेश का नंबर है।

चाचा ससुर को जहर निगलने के बारे में नहीं बताया

फोन करने के बाद सुरेश व उसकी पत्नी सुदेश गाड़ी लेकर मौके पर पहुंच गए और उसे गाड़ी के माध्यम से नागरिक अस्पताल में लेकर गए। जहां पर दोनों से बातचीत करते हुए पहुंची, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया। जब चाचा ससुर ने जहरीला पदार्थ निगलने के कारण का पता किया तो उसने कहा कि मेरे कमर में दर्द है और उस समय भी जहरील निगने के बारे में नहीं बताया। बाद में उसके पास से मिली जहरीले पदार्थ की डिब्बी से एक गोली गायब मिली।

माता-पिता के साथ भी मारपीट करता था सुखविंद्र

पूनम के भाई वेदपाल ने बताया कि सुखविंद्र व परिवार के लोग उसके साथ मारपीट करते थे। पूनम उसके पास कई बार फोन करके हमें बुलाती थी कि मुझे बचा लो ये लोग मुझे जान से मार देंगे। फिर जब हम आते तो माफी मांग लेते। इसके बाद घर बसाने के लिए अपनी बहन को वहीं पर छोड़ आते थे। उसने बताया कि आरोपित सुखविंद्र अपने पिता रमेश व मां के साथ भी मारपीट करता था। इसलिए पूरा परिवार ही उससे परेशान रहता था। इसी परेशानी के चलते उसकी बहन ने आत्महत्या की है।

2004 में औद्योगिक सुरक्षा बल में लगी थी पूनम

स्वजनों ने बताया कि पूनम का वर्ष 2004 में औद्योगिक सुरक्षा बल में चयन हुआ था और छह माह की ट्रेनिंग भी पूरी कर आई थी, लेकिन बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर उस भर्ती को रद कर दिया था। वर्ष 2017 में सरकार द्वारा लाई गई नई पालिसी के तहत पुलिस विभाग में एसपीओ के पद पर लगी थी। उसके बाद से वह सफीदों सदर थाने में तैनाती थी। उसकी सहकर्मी महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि पूनम ने कभी भी यह नहीं बताया कि वह उसे कोई परेशानी है, लेकिन अचानक ही उसके द्वारा उठाया गया कदम ने सभी को हैरान कर दिया।

व्यापार को लेकर भी चल रही थी खींचतान

स्वजनों ने बताया कि पूनम के पति सुखविंद्र ने अपने चाचा व ताऊ के हिस्सेदारी में गांव में हैचरी बनाई हुई है। अब व्यापार को लेकर भी खींचतान चल रही थी। इस बात को लेकर भी सुखविंद्र के परिवार में झगड़ा रहता था, लेकिन इसके बारे में परिवार के लोगों ने पुलिस को दी शिकायत में कोई जिक्र नहीं किया है।

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