कोविड से तीन बेटियां हुई हैं अनाथ, पीएम केयर फंड से मिलेगी मदद

कोविड-19 संक्रमण से अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत कई लाभ प्रदान करने की प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी। अब इन बच्चों को केंद्र सरकार की पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना के तहत लाभ मिलेंगे। बता दें कि जिला में कोरोना महामारी से तीन बेटियां अनाथ हुई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 05:01 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 05:01 AM (IST)
कोविड से तीन बेटियां हुई हैं अनाथ, पीएम केयर फंड से मिलेगी मदद
कोविड से तीन बेटियां हुई हैं अनाथ, पीएम केयर फंड से मिलेगी मदद

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोविड-19 संक्रमण से अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत कई लाभ प्रदान करने की प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी। अब इन बच्चों को केंद्र सरकार की पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना के तहत लाभ मिलेंगे। बता दें कि जिला में कोरोना महामारी से तीन बेटियां अनाथ हुई हैं।

पिता को खोने वाले बच्चों की संख्या 170 से अधिक है। बाल कल्याण समिति, पानीपत के सदस्य डा. मुकेश आर्य के मुताबिक पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना के तहत अनाथ बच्चों को निशुल्क शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा, मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में एकमुश्त 10 लाख की मदद जैसे लाभ शामिल हैं। उच्च शिक्षा के लिए ऋण दिया जाएगा,केंद्र सरकार यह घोषणा कर चुकी है। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों ने माता-पिता खोए हैं और मुश्किल में हैं।इनकी देखभाल की जिम्मेदारी सरकार,संबंधित एजेंसियों और समाज की भी है।

जिला की तीन बेटी फिलहाल लाभ की पात्रता श्रेणी में हैं। जिन बच्चों ने कोविड-19 संक्रमण से पिता को खोया (मां जीवित) है, ऐसे बच्चों से संबंधित फिलहाल स्पष्ट गाइडलाइन नहीं मिली है। हालांकि, ऐसे बच्चों का डाटा तैयार है। पढ़ाई खर्च उठाएगी सरकार

10 वर्ष से कम आयु के बच्चे का नजदीकी केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में दाखिला कराया जाएगा। पीएम केयर्स बच्चे की स्कूल ड्रैस, स्टेशनरी का खर्च उठाएगा। 11 से 18 वर्ष के बच्चों का दाखिला केंद्र सरकार के आवासीय स्कूल जैसे सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय में कराया जाएगा। इस आयु का बच्चा संरक्षक के साथ रहता है, तो एडमिशन नजदीक के केंद्रीय विद्यालय या निजी स्कूल में कराया जाएगा। उच्च शिक्षा के लिए ब्याज मुक्त ऋण

उच्च और व्यवसायिक शिक्षा के लिए ऋण मिलेगा, ब्याज पीएम केयर्स से दिया जाएगा। अंडर ग्रेजुएट या वोकेशनल कोर्स के लिए ट्यूशन फीस या कोर्स की फीस के बराबर छात्रवृत्ति दी जाएगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। 18 वर्ष की आयु तक प्रीमियम पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा। ये बेटियां हुई अनाथ

गांव चुलकाना निवासी सगी बहनों में बड़ी की आयु 15 साल है और सरकारी स्कूल में कक्षा-10 में पढ़ रही है। छोटी की आयु 11 साल है, निजी स्कूल में कक्षा-4 में अध्यनरत है। मां सुनीता की मृत्यु बीमारी के कारण आठ साल पहले हो गई थी। पिता की कोरोना संक्रमण से 11 मई 2021 को मौत हुई थी। गांव हथवाला निवासी 12 वर्षीय बच्ची का दुख भी कुछ ऐसा ही है।

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