Kisan Andolan: सिंघु बार्डर से सटे पानीपत में किसान महापंचायत का एलान, राकेश टिकैत सहित कई बड़े किसान नेता होंगे शामिल

पानीपत में 26 सितंबर को किसान महापंचायत होगी। 7 सितंबर को करनाल में महापंचायत के बाद 22 सितंबर को कुरुक्षेत्र में भी कार्यक्रम है। अब पानीपत में भी किसान महापंचायत का एलान कर दिया गया है। इसकी तैयारी के लिए किसान भवन में बैठक हुई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 09:52 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 09:52 AM (IST)
Kisan Andolan: सिंघु बार्डर से सटे पानीपत में किसान महापंचायत का एलान, राकेश टिकैत सहित कई बड़े किसान नेता होंगे शामिल
महापंचायत के लिए पानीपत में बैठक करते किसान नेता।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत की नई अनाज मंडी में 26 सितंबर को किसान महापंचायत होगी। इसको लेकर जिले के किसान नेताओं ने तैयारियां शुरू कर दी है। महापंचायत को लेकर बुधवार को भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान व जिला अध्यक्ष सोनू शहरमालपुर ने टोल प्लाजा स्थित धरना स्थल पर बैठक करने के बाद अन्य किसान नेताओं के साथ नई अनाज मंडी का दौरा भी किया।

भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पानीपत नई अनाज मंडी में होने वाली किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। वहीं जिला अध्यक्ष सोनू शहरमालपुर ने कहा कि उक्त किसान महापंचायत जिले के किसानों में और जोश भरने का काम करेगी। इसको लेकर 17 सितंबर को पानीपत किसान भवन में बैठक होगी। बैठक में भाकियू के अलावा जिले भर के किसान व जिले की विभिन्न खापों के प्रधान भी शामिल होगे। जिसमें महापंचायत को लेकर ड्यूटियां लगाई जाएंगी। इस मौके पर मलिक खाप के प्रधान राजकुमार मलिक, संयुक्त किसान मोर्चा की तालमेल कमेटी के जिला संयोजक जयकरण कादियान, पूर्व उपप्रधान बिंटू मलिक, सब्जी मंडी के प्रधान रमेश मलिक रिसालू आदि मौजूद रहे।

जींद टोल पर धरने को मजबूत करने के लिए कमेटी कर रही गांवों के दौरे

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बदोवाल टोल पर धरने को मजबूत करने के लिए टोल कमेटी के सदस्य हर रोज दो गांव का दौरा कर रहे हैं। इसी कड़ी में कमेटी सदस्य गांव कान्हाखेड़ा व हमीरगढ़ पहुंचे और अपनी बात लोगों के सामने रखी। इनमें गावों में कमेटी का गठन करना, यदि पहले कमेटी है तो उसे सुचारू रूप से चलाना, अपनी बारी पर टोल पर पहुंचना, दिल्ली बार्डर के लिए सप्ताह में एक दिन दूध इक_े करना, दिल्ली की अपनी झोंपड़ी को आबाद करना, 20 सितंबर को किसान नेता स्व. घासीराम की चौथी पुण्यतिथि मनाने के लिए टोल पर अधिक से अधिक तादाद में पहुंचना। 27 सितंबर को भारत बंद में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील करना शामिल रहा। टोल कमेटी के सदस्य चांद बहादुर ने कहा कि हर गांव में महिला-पुरुष व युवकों में जोश देखने को मिल रहा है और वे भरोसा दिला रहे हैं कि किसान मोर्चे के किसी भी कार्यक्रम में मिली जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे और तन, मन व धन से पूरा सहयोग करेंगे।

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