Kisan Andolan: दिल्ली कूच पर बोले चढ़ूनी, कहा-हर रोज जाएगा 500 आंदोलनकारियों का जत्था

गुरनाम सिंह चढ़ूनी (Gurnam Singh Chaduni) करनाल में शहीद किसान सम्मान पैदल यात्रा को लेकर हुई बैठक में शामिल हुए। चार घंटे तक चली बैठक में यात्रा पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका। 26 नवंबर को किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को एक साल पूरा हो जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 09:19 PM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 11:11 PM (IST)
Kisan Andolan: दिल्ली कूच पर बोले चढ़ूनी, कहा-हर रोज जाएगा 500 आंदोलनकारियों का जत्था
करनाल के गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में बैठक में शामिल होने जाते गुरनाम सिंह चढूनी।

करनाल, जागरण संवाददाता। तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को 26 नवंबर को एक साल पूरा हो जाने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बार्डरों पर आंदोलनकारी फिर से भीड़ जुटाने का आह्वान कर रहे हैं। 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसदीय शीतकालीन सत्र में बार्डर पर आंदोलन कर रहे लोगों में से 500 लोगों का जत्था हर रोज दिल्ली कूच (Delhi Kooch) करेगा। इसमें चढूनी सहित सभी गुटों के 10-10 आंदोलनकारी शामिल रहेंगे। यह जानकारी चढूनी गुट के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chaduni) ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। वे सोमवार को गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में आंदोलन के एक साल पूरा होने पर इसमें शहीद हुए किसानों को समर्पित शहीद किसान सम्मान पैदल यात्रा को लेकर रणनीति बनाने के लिए किसानों के साथ प्रदेश स्तरीय बैठक करने पहुंचे थे।

यात्रा को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं

करीब चार घंटे तक चली बैठक में यात्रा को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका और अब 18 नवंबर को फिर बैठक होगी। पत्रकारों से चढूनी ने कहा कि उनके गुट की ओर से 25 नवंबर से उक्त यात्रा को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा व उनके चढूनी गुट के बीच कोई मतभेद नहीं है बल्कि दिल्ली कूच को लेकर कुछ कम्यूनिकेशन गैप रहा है, जिसके चलते कुछ गलतफहमी फैल गई। इसे बैठक कर जल्द दूर कर लिया जाएगा।

गुरुद्वारा डेरा कार सेवा में बैठक व पत्रकारों से बातचीत करते गुरनाम सिंह चढूनी।

ये लोग रहे शामिल

बैठक में टोल हटाओ संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र हुड्डा, भाकियू चढूनी गुट के प्रदेशाध्यक्ष राकेश बैंस के अलावा विभिन्न संगठनों से जुड़े प्रदेश स्तरीय किसान नेताओं के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा सदस्य एवं पंजाब के किसान नेता सरदार सूरजीत सिंह फूल जगदीप ओलख, रामपाल चहल, बहादुर सिंह मेहला के अलावा चढूनी गुट के सभी जिला प्रमुख व संबंधित जत्थों के पदाधिकारी भी शामिल रहे।

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