नशे का गढ़ बनती जा रही हरियाणा की सीएम सिटी, पंजाब, यूपी, राजस्थान से जुड़े नशे के सौदागरों के तार
करनाल में नशा तस्करों का जाल फैलता जा रहा है। इनके तार उत्तर प्रदेश राजस्थान मध्यप्रदेश पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से भी जुड़े हैं। इसकी गर्त में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक समाए हुए हैं। नशे के सौदागरों तक पहुंचने के लिए दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की जाती है।
करनाल [सेवा सिंह]। अपनी ऐतिहासिक व सामाजिक छवि के लिए देश भर में अलग पहचान रखने वाला हरियाणा का सीएम सिटी करनाल नशीले पदार्थों का गढ़ बनता जा रहा है। यहां अवैध शराब से लेकर हर प्रकार का नशा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
करनाल में नशीले पदार्थों की तस्करी में लगे लोगों के तार उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से भी जुड़े हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से एंटी नारकोटिक व अन्य सैल लगातार नशाखोरी रोकने के लिए भरसक प्रयास करते रहे हैं, इसके बावजूद यह अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। माना जा रहा है कि विशेषतौर पर इसकी गर्त में युवा वर्ग है। लेकिन पुलिस तक पहुंचे अनेकों मामलों में वृद्ध व महिलाएं भी शामिल पाई जा चुकी हैं।
इस साल अब तक दर्ज हुए 603 मामले
करनाल में नशीले पदार्थों का जाल किस कदर फैलता जा रहा है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसी वर्ष जनवरी माह से जून मध्य तक ही अवैध शराब को लेकर पुलिस ने 603 मामले दर्ज किए। इनमें 77 आरोपितों को गिरफ्तार भी किया गया। यही नहीं एनडीपीएस एक्ट के तहत अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों को लेकर इस समय के दौरान 84 मामले दर्ज किए गए। इनमें 106 आरोपित गिरफ्तार किए गए।
गट्टू व चरस के मामले भी आ रहे सामने
बता दें कि गांजा, सुल्फा, स्मैक, अफीम, चूरा पोस्त जैसे नशों के अलावा पिछले कुछ माह से गट्टू के मामले भी सामने आए हैं। यह कई नशीले पदार्थों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। मार्च माह में ही पुलिस ने आरोपितों से इसकी 67 बाेतल बरामद की थी। यहीं नहीं चरस के मामले भी सामने आ रहे हैं। अप्रैल माह में ही एक किलो 832 ग्राम चरस बरामद की गई थी।
इसी वर्ष अवैध शराब को लेकर सामने आए मामले
माह दर्ज केस गिरफ्तारियां
जनवरी 48 48
फरवरी 78 80
मार्च 88 97
अप्रैल 199 214
मई 117 125
जून 73 77
इसी वर्ष एनडीपीएस के सामने आए मामले
माह दर्ज केस गिरफ्तारियां
जनवरी 7 12
फरवरी 11 14
मार्च 21 24
अप्रैल 23 25
मई 7 11
18 जून तक 15 20
आरोपितों से बरामद नशीले पदार्थ (किलोग्राम में)
माह गांजा अफीम स्मैक पोपी हस्क सुल्फा नशीली दवाएं
जनवरी 0.450 32.840 0.008 0 0.109 0.541
फरवरी 2.596 0.449 0.041 1.350 0.180 0.004
मार्च 20.630 1.618 0.110 0 0 7.630
अप्रैल 12.418 5.025 0.044 0 0 0.215
मई 3.283 1.186 0.011 0 0 0
जून 4.550 7.670 0.205 371.940 0 36.650
नशे पर लगाम लगाने के लिए किए जा रहे भरसक प्रयास : एसपी
एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि अवैध नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। एंटी नारकोटिक सेल के अलावा हर पुलिस चौकी व थाना पुलिस को भी ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने को लेकर कड़े निर्देश दिए गए हैं। किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। बड़े मामलों की तह तक जाने के लिए पुलिस गहनता से जांच कर रही है। इन कारोबार के सरगना तक पहुंचने के लिए दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की जाती रही है। यह पुलिस के ही प्रयास रहे है कि इतने आरोपित काबू किए जा चुके हैं। माता-पिता को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों को नशे के गलत रास्ते पर जाने से रोकें। इसके लिए काउंसलिंग भी करनी चाहिए।
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