करनाल में कोरोना से थोड़ी राहत, दो की मौत, 74 केस सामने आए

हरियाणा के करनाल में कोरोना संक्रमण को रोकने में सैंपल में तेजी लाई गई है। संक्रमितों को ट्रेस किया जा रहा। वहीं संक्रमितों के केस कम आए। वहीं दो की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई। जबकि 74 केस सामने आए।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 05:45 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 05:45 PM (IST)
करनाल में कोरोना से थोड़ी राहत, दो की मौत, 74 केस सामने आए
करनाल में कोरोना से दो की मौत हुई, जबकि 74 नए केस सामने आए।

पानीपत/करनाल, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग, प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास और आमजन के सहयोग से कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में कमी आने लगी है। हालांकि, इस बीच बुधवार को दो लोगों की मौत हो गई।

पिछले तीन दिन के रिकार्ड के अनुसार लोगों में जागरूकता के कारण कोरोना की रफ्तार थमी है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना सैंपलों में तेजी लाई है। विभाग का प्रयास है कि कोरोना को पूरी तरह से खत्म करना है और इसके लिए लोगों का सहयोग जरूरी है।

बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वायरस संक्रमण से आशंकित 73777 लोगों कें सैंपल लिए गए, जिनमें 65271 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोरोना के शुरुआती दौर में सहमे लोगों ने अब दिनचर्या में बदलाव कर कोरोना  को पछाडऩे का काम किया है। संक्रमण को रोकने के लिए सरकारी विभागों और दुकानों पर बरती जा रही सावधानियों के परिणाम सामने आने लगे हैं। यही कारण है कि 200 तक पहुंचे कोरोना संक्रमितों की संख्या की रफ्तार धीमी हुई है। 73777 टेस्ट के बावजूद बुधवार को 74 केस सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत बताई जा रही है।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि जिले में कुल 7305 मामले पोजिटिव हैं, जिनमें 106 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। 855 एक्टिव हैं और 6344 मरीज अब तक ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। 74 पोजिटिव मामलों में 26 केस एंटीजेन टैस्ट से तथा 48 केस आरटीपीसीआर से पाए गए हैं। बुधवार को 158 मरीज ठीक होकर अपने घर गए हैं।

उपायुक्त ने जिलावासियों से कहा कि वह जरूरी कार्य के लिए ही बाहर निकलें, मास्क का प्रयोग करें, शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। साबुन से हाथ धोने के साथ-साथ बाहरी वस्तुओं को हाथ लगाने से पहले सैनिटाइज का प्रयोग करते रहें। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि आसपास ट्रैवल हिस्ट्री वाले व्यक्ति की सूचना प्रशासन को दें ताकि उसके स्वास्थ्य की जांच की जा सके। जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं पाये जाते है, उन्हें अस्पताल में रखने की बजाए नीलोखेड़ी के नजदीक स्थित गुरुकुल में स्थापित किये गए कोविड केयर सेंटर में रखा जाता है।

chat bot
आपका साथी