लापरवाही पड़ रही भारी, करनाल में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 6982, अब तक 100 की मौत

करनाल में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लापरवाही भारी पड़ रही है। करनाल में अब 6982 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं मरने वालों की संख्‍या 100 पहुंच चुकी है। इसके बावजूद लोग जागरूक नहीं दिखाई दे रहे।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 06:23 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 06:23 PM (IST)
लापरवाही पड़ रही भारी, करनाल में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 6982, अब तक 100 की मौत
करनाल में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सात हजार के करीब पहुंचा गया।

पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 100 हो चुकी है और करीब सात हजार लोग संक्रमण से प्रभावित हैं। स्वास्थ्य विभाग की लचर प्रणाली के कारण 100 लोगों की मौत को कम आंका जा रहा है। यही कारण है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अभी भी लोगों को कोरोना से सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई जा रही है।

अगर पुलिस कार्यप्रणाली का आंकलन करें तो शुरू में चौक-चौराहों पर नाके लगाने वाले कर्मचारी अब गायब हो चुके हैं। बाजारों में भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मात्र जागरूकता के दावों का सहारा ले रहे हैं। अधिकारियों के लचर हालातों के चलते फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारियों की सुध नहीं ली जा रही है। खास पहलू यह है कि फैक्ट्रियों को खोलने के लिए गाइडलाइन जारी की गई थी लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने यहां झांकने की जहमत नहीं उठाई है।

शुक्रवार को 87 केस, तीन की मौत

कोरोना के बढ़ते मामले में शुक्रवार को 87 मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हुई। 100 लोगों की मौत के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के पास संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए योजना नहीं बनाई जा रही है। छह माह बाद भी अस्पतालों में जागरूकता बोर्ड नदारद हैं और गायनी वार्ड में पहुंचने वाले मरीजों को कोरोना का डर बेचैन कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की जारी रिपोर्ट के अनुसार 70327 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए, जबकि इनमें से 62255 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।

जिले में 6982 मामले पॉजिटिव हैं, जिनमें 100 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। 1198 एक्टिव हैं तथा 5684 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। जिले में शुक्रवार को 87 केस पॉजिटिव पाए गए हैं।सूची के अनुसार कोरोना संक्रमितों में शिक्षक, कैदी और राइस मिल के कर्मचारी भी शामिल हैं। उपायुक्त ने बताया कि शुक्रवार को 138 मरीज ठीक होकर अपने घर गए हैं।

उन्होंने जिलावासियों से कहा कि जरूरी कार्य के लिए ही बाहर निकलें, मास्क का प्रयोग करें, शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देशानुसार प्रशासन ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं पाये जाते है, उन्हें अस्पताल में रखने की बजाए नीलोखेड़ी के नजदीक स्थित गुरुकुल में स्थापित किये गए कोविड केयर सेंटर में रखा जाता है।

राजकीय स्कूल में कोरोना से बचने के उपाय बताए

स्कूल राजकीय प्राथमिक पाठशाला अर्बन एस्टेट करनाल में इनर व्हील क्लब तंरग की ओर से विद्यालय में कोविड़ -19 महामारी से बच्चों को बचाने के तरीके बताए गए तथा  बच्चों को विद्यालय आगमन से पूर्व जिन बातों से अवगत कराना है, उस पर चर्चा की गई। क्लब प्रधान अनिता संधुजा व सचिव रानी अरोड़ा ने विधालय को  क्लब की ओर से सैनेटाइजर मशीन, मॉस्क, जूते, किताबें, गमले आदि दान दिए। अध्यापक अनिल सैनी ने बताया कि बच्चों के आगमन से पूर्व महामारी से बचाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस मौके पर सुखविन्द्र कौर,चम्पा देवी,उर्मिला अनिल कुमार, रेनू भाटिया उपास्थित रहे।

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