रेल यात्रियों को कोरोना से बचाने के लिए बनाए जा रहे खास पोस्‍ट कोविड कोच

रेलवे ट्रेनों में यात्रियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए सभी संभव कदम उठा रहा है। इसके लिए विशेष पोस्‍ट काेविड कोच तैयार किए जा रहे हैं। कपूरथला कोच फैक्‍टरी में तैयार हो रहे इन कोचों में अब नए बदलाव किए गए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 09:02 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 03:59 PM (IST)
रेल यात्रियों को कोरोना से बचाने के लिए बनाए जा रहे खास पोस्‍ट कोविड कोच
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए विशेष रेल कोच।

अंबाला, [दीपक बहल]। कोरोना संक्रमण से जंग में रेलवे पूरी शिद्दत से जिद्दोजहद कर रहा है। इसी क्रम में पोस्ट कोविड कोच को और अधिक सुरक्षित बनाया गया है। फिलहाल ऐसे चार कोच तैयार हो चुके हैं, जिन्हें रेल मंत्रालय ने अपने तीन जोन को सौंपे हैं। अब इंतजार है यात्रियों का फीडबैक का। उसके बाद और कोच तैयार करने की योजना है। पंजाब के कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में इन्हें तैयार किया गया है, जिन्हें लिंक हॉफमेन बुश (एलएचबी) कहा जाता है।

 रेल मंत्रालय ने तीन जोन में उतारे हैं इस तरह के कोच, यात्रियों से मांगा जा रहा फीडबैक

इनमें चढ़ने के बाद जिन जगहों पर यात्रियों के हाथ लगते हैं, उनको स्पेशल कोच में चिन्हित किया गया है। इस में कॉपर कोटेड हैंडल, चिटकनी, कुंडी लगाए हैं, जो एंटी माइक्रोबियल गुण से लैस है। इस पर कुछ ही घंटों में वायरस खत्म हो जाता है। यात्रियों की सुविधा के लिए हैंडफ्री सुविधा भी दी गई है। शौचालय में वॉश बेसिन पर पैर संचालित पानी के नल और साबुन के डिस्पेंसर शामिल हैं। इसी तरह लैवेट्री डोर, कंपार्टमेंट डोर, फ्लश वॉल्व पैरों से चलने वाली व्यवस्थाओं से लैस है। बाजू से खोलने के लिए एसी के कंपार्टमेंट डिब्बे की विशेष व्यवस्था है।

कॉपर कोटेड हैंडल, चिटकनी व कुंडी, कुछ ही घंटों में खत्म कर देते हैं कोरोना वायरस को

इसके अलावा प्लाज्मा एयर उपकरणों की भी व्यवस्था है। यह उपकरण कोच के अंदर की हवा और सतहों को आयनित हवा का उपयोग करके साफ करता है। इन पोस्ट कोविड कोचों में टाइटेनियम डाइऑक्साइड की नैनो कोटिंग की है, जो वायरस, बैक्टीरिया, मोल्ड और फंगल को समाप्त करती है। रेलवे का मानना है कि कोच में ये ये बदलाव कोरोना संक्रमण से तो बचाएंगी है अन्य वायरस का प्रसार भी रुकेगा।

ऐसे एक कोच के निर्माण पर सात लाख रुपये अतिरिक्त खर्च आया है। जयपुर से इंदौर के बीच में चलने वाली ट्रेन संख्या 02984, जयपुर से इंदौर, में शुक्रवार को ये कोच लगाए जाएंगे। इसी तरह उत्तर रेलवे भी अंबाला, फिरोजपुर, लखनऊ, दिल्ली और मुरादाबाद के बीच एक ट्रेन में एक कोच लगाएगा। चौथा कोच पश्चिम रेलवे को दिया गया है। रेलवे का प्रयास है कि फिलहाल इन कोचों का उपयोग वहां किया जाए जहां कोरोना का प्रकोप अधिक है।

तीन जोन देंगे फीडबैक, फिर बनेंगे और कोच

रेल मंत्रालय इस तरह के कोच और बनाने के लिए यात्रियों के फीडबैक का इंतजार कर रहा है। कोच जुलाई में ही तीन जोन में उतार दिए गए थे। लेकिन उस समय स्पेशल ट्रेनें पटरी पर कम ही उतरीं थी, इसलिए अब यात्रियों के फीडबैक के लिए इंतजार किया जा रहा है।

संक्रमण रोकने के लिए पोस्ट कोविड कोच बनाएं : जीएम

रेल कोच फैक्टरी कपूरथला के महाप्रबंधक रवींद्र गुप्ता ने कहा कि तीन जोन में यह कोच भेजेंगे गए हैं। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पोस्ट कोविड कोच के फीचर में बदलाव कर दिया गया है। यात्रियों का फीडबैक मिलने के बाद इस तरह के ओर कोच तैयार किए जा सकते हैं। सिर्फ कोरोना नहीं बल्कि अन्य वायरस भी इन कोच में नहीं फैल सकता। 

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