Kapalmochan 2021: आस्था कुंभ के बीच जगाधरी में सजा बर्तन बाजार, खरीदारी के लिए वर्षों से चली आ रही ये प्रथा

कपालमोचन मेले में पंजाब हिमाचल जम्मू कश्मीर उत्तराखंड उत्तरप्रदेश राजस्थान दिल्ली के अलावा अन्य प्रांतों से आने वाले श्रद्धालु सरोवरों में डुबकी लगाने के बाद जगाधरी के बर्तन बाजार से बर्तनों की खरीददारी की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 06:40 PM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 06:40 PM (IST)
Kapalmochan 2021: आस्था कुंभ के बीच जगाधरी में सजा बर्तन बाजार, खरीदारी के लिए वर्षों से चली आ रही ये प्रथा
मेले में पहुंचे लोगों ने खरीदारी में दिखाई रूचि।

जगाधरी (यमुनानगर), जागरण संवाददाता। कपालमोचन में लगे आस्था के कुंभ के बीच जगाधरी में बर्तन बाजार सजकर तैयार हो गया है। सरोवरों में डुबकी लगाने के बाद यहां से बर्तन खरीदने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। मेले को लेकर बर्तन व्यापारी उत्साहित है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार चार से पांच करोड़ रुपये के बर्तन बिकने की उम्मीद है।

श्रद्धालु छोटी चम्मच से लेकर बड़े भिगोने तक खरीद रहे

कपालमोचन मेले में पंजाब, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली के अलावा अन्य प्रांतों से आने वाले श्रद्धालु सरोवरों में डुबकी लगाने के बाद जगाधरी के बर्तन बाजार से बर्तनों की खरीददारी की परंपरा सदियों से चली आ रही है। मान्यता है कि इस दौरान यहां से बर्तन खरीदने से घर में बरकत तो होती है। दूसरा बर्तन वाजिब दाम पर भी मिल जाते हैं। मान्यता है कि जब गुरु गोबिंद्र सिंह कपालमोचन तीर्थ आए थे। तब उन्होंने भंडारे के लिए जगाधरी से बर्तन खरीदते थे। तभी से मेले में आने वाले श्रद्धालु यहां से बर्तन जरूर खरीदते हैं। श्रद्धालु छोटी चम्मच से लेकर बड़े भिगोने तक खरीदकर ले जाते हैं।

दीपावली के बाद मेले से करोड़ों का व्यापार होने की उम्मीद

बर्तन व्यापारी विपिन कुमार, तरूण कुमार का कहना है कि दीपावली के बाद व्यापारी बेसब्री से मेले का इंतजार करते हैं। पिछले साल कोरोना की वजह से मेला आयोजित नहीं हुआ। लेकिन इस बार आयोजित मेले की वजह से बर्तन व्यापारियों में उत्साह बना हुआ है। हालांकि स्टील, पीतल व तांबे के बर्तनों में थोड़ी तेजी है। बावजूद इसके उन्हें मेले के दौरान दस करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है। मेले के दौरान फैक्ट्ररियों में रूका हुआ माल भी बिक जाता है।

घर व रिश्तेदारों के लिए खरीदे बर्तन:

लुधियाना के गांव बेगोवाला से आई बलजीत कौर, गरविंद्र कौर, सरजीत कौर ने बताया कि कपालमोचन के सरोवरों में डूबकी लगाने के बाद उन्होंने अपने घर व रिश्तेदारों के लिए बर्तनों की खरीददारी की है। लुधियाना की बजाए जगाधरी से बर्तन सस्ते मिलते हैं। उन्होंने अपने लिए जहां गिलास, कटोरी, बाल्टी, चम्मच की खरीददारी की है। वहीं रिश्तेदारों के लिए जग, डिनर सेट, थाली व अन्य बर्तन खरीदें हैं।

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