स्वच्छता सर्वेक्षण में कैथल नगर परिषद, पालिकाएं भी बुरी तरह से पिछड़ी, हरियाणा में सबसे पीछे
स्वच्छता सर्वेक्षण में कैथल नगर परिषद और नगर पालिका बुरी तरह से पिछड़ी हैं। हरियाणा की 18 नगर परिषदों में सबसे नीचे रही कैथल नगर परिषद। सर्टिफिकेट कैटेगरी में खाता भी नहीं खोल पाई नपा पूंडरी और चीका। नगर परिषद को देश में 304वां स्थान मिला है।
कैथल, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का परिणाम घोषित किया जा चुका है। इस बार सर्वेक्षण में नगर परिषद ही नहीं बल्कि नगर पालिकाओं ने भी शर्मनाक प्रदर्शन किया है। राजौंद और चीका नगर पालिका को छोड़कर कोई भी नगर पालिका अपना पहले वाला रैंक भी नहीं संभाल पाई। सबसे ज्यादा निराशाजनक प्रदर्शन कैथल नगर परिषद का रहा है। नगर परिषद को देश में 304वां स्थान मिला है, जो सर्वेक्षण 2020 में 199वां था। हरियाणा में 2020 में 14वां स्थान मिला था, लेकिन इस बार हरियाणा की सभी 18 नगर परिषदों में सबसे नीचे का स्थान मिला है। जिले की चार नगर पालिकाओं में पूंडरी और चीका नगर पालिका ऐसी हैं जो सर्टिफिकेट की कैटेगरी में खाता भी नहीं खोल पाई हैं। इस कैटेगरी के 1800 अंक होते हैं और इन दोनों का स्कोर शून्य रहा है।
इस तरह से रहा नगर पालिकाओं का परिणाम
नगर पालिका 2021 में रैंक 2020 में रैंक
चीका 152 188
कलायत 132 58
पूंडरी 424 120
राजौंद 457 555
ये हासिल किए अंक
स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा छह हजार अंकों की थी और तीन कैटेगरी रखी गई थी। नगर पालिका कलायत ने छह हजार में से 2255.39 अंक हासिल किए हैं। इनमें सर्विस लेवल प्रोसेस के 2400 अंकों में से 1073.1 अंक, सिटीजन फीडबैक के 1800 अंकों में से 882.29 अंक और सर्टिफिकेट के 1800 अंकों में से 300 अंक मिले हैं। नपा पूंडरी को छह हजार में से 1656.85 अंक मिले हैं। इनमें सर्विस लेवल प्रोसेस के 2400 अंकों में से 689.66 अंक, सिटीजन फीडबैक के 1800 अंकों में से 967.19 अंक और सर्टिफिकेट के 1800 अंकों में से शून्य अंक मिले हैं। नपा राजौंद को 1587.47 अंक मिले हैं। इनमें सर्विस लेवल प्रोसेस के 2400 अंकों में से 496.99 अंक, सिटीजन फीडबैक के 1800 अंकों में से 790.48 अंक और सर्टिफिकेट के 1800 अंकों में से 300 अंक मिले हैं। नपा चीका को 1502.32 अंक मिले हैं। इनमें सर्विस लेवल प्रोसेस के 2400 अंकों में से 669.26 अंक, सिटीजन फीडबैक के 1800 अंकों में से 833.06 अंक और सर्टिफिकेट के 1800 अंकों में से शून्य अंक मिले हैं।
जिला पालिका आयुक्त कुलधीर सिंह ने बताया कि नगर परिषद और नगर पालिकाओं का परिणाम निराशाजनक रहा है। सर्वेक्षण 2022 को लेकर पूरी तैयारी की जाएगी ताकि रैंकिंग को सुधारा जा सके।