Karwa chauth 2021: करवाचौथ के लिए सजा कैथल का बाजार, गुजराती लहंगे की डिमांड, जानिए और क्‍या खास

करवाचौथ के लिए कैथल का बाजार पूरी तरह से सज चुका है। गुजराती लहंगे की अधिक डिमांड है। त्यौहारी सीजन शुरू होने केे बाद इस बार कारोबार अच्छा होने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के कारण पाबंदियों के बीच पिछले साल फीके रहे थे त्‍योहार।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:37 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:37 AM (IST)
Karwa chauth 2021: करवाचौथ के लिए सजा कैथल का बाजार, गुजराती लहंगे की डिमांड, जानिए और क्‍या खास
करवाचौथ को लेकर कैथल के बाजार में चहल पहल।

कैथल, जागरण संवाददाता। नवरात्र पर्व शुरू होते ही त्योहारी सीजन भी शुरू हो चुका है। जिसके बाद इस बार त्योहारी सीजन में कारोबार अच्छा होने की उम्मीद है। बता दें कि पिछले वर्ष सरकार द्वारा कोरोना महामारी के कारण लगाई गई पाबंदियों के बीच त्योहार काफी फीके रहे थे, लेकिन इस बार दुकानदारों को उनका अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है। वहीं, करवा चौथ पर्व के नजदीक आते ही कपड़ा शोरूम में भी नई-नई आइटम आना शुरू हो गई है। हालांकि इस बार कोयला कमी के संकट के बीच होल सेल के माल पर भी 20 फीसद तक बढ़ोतरी हुई, लेकिन पहले की अपेक्षा कारोबार अच्छा चल रहा है।

करवा चौथ पर्व पर इस बार महिलाएं गुजराती व मुंबई कपड़े को अधिक पसंद कर रही है। जिसमें लहंगा मुख्य है। पिछले वर्ष की अपेक्षा करीब 70 फीसद तक कारोबार में बढ़ोतरी हुई है। दुकानदारों का कहना है पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण सरकार ने दुकानों को खोलने की अनुमति तो थी। महामारी के भय में अधिकतर लोग बाजारों में भी नहीं पहुंचते थे, लेकिन अब बिना किसी भय के यहां पहुंच रहे हैं।

शास्त्री मार्केट स्थित कपड़ा शाेरुम के संचालक मोनू कालड़ा ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार करवा चौथ पर्व को लेकर बाजार में अधिक रौनक है। कालड़ा ने बताया कि दाम में कुछ बढ़ोत्तरी तो हुई, लेकिन फिर भी ग्राहक संतुष्ट है। उम्मीद है कि इस बार दीपावली पर्व पर अच्छा कारोबार चलेगा।

जनता मार्केट स्थित कपड़ा होल सेल मार्केट एसोसिएशन के प्रधान रमेश डामला ने बताया कि करवा चौथ पर्व को लेकर इस बार गुजरात के साथ महाराष्ट्र के मुंबई से भी माल आ रहा है। इस बार यहां से आने वाले माल के दाम में करीब 10 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष इन जगहों से माल आया ही नहीं था। गुजरात से आने वाले माल में लहंगे की अधिक डिमांड है। महिलाओं को एक हजार रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक का लहंगा दिया जा रहा है। इसके साथ ही मुंबई से सूट आ रहा है। जिसकी एक हजार से छह हजार रुपये तक की कीमत है।

चाइनीज माल न बेचने को लेकर दुकानदारों में जागरूकता

इस दीपावली को लेकर दुकानदारों में चाइनीज माल न बेचने को लेकर भी काफी जागरूकता आई है। पहले तो लोग सस्ता माल होने के चलते चाइनीज माल को अधिक पंसद करते थे, लेकिन कोरोना महामारी आने केे बाद से दुकानदारों का चाइनीज माल से मोहभंग हो रहा है। दुकानदार नरेश कुमार का कहना है कि पिछले करीब तीन साल से चाइनीज माल बाजार में काफी कम आ रहा है। पिछले वर्ष भी 20 से 30 फीसद तक माल यहां पहुंचा था, लेकिन इस बार पांच फीसद तक भी चाइनीज माल नहीं है। यह सही है कि हमें अपने स्वदेशी माल को अपने सबसे बड़े पर्व पर मनाना चाहिए।

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