कैथल की छोरियों ने गाड़ दिया लठ, अब दुबई में अपने मुक्के के दम से नाम करेंगी रोशन

कैथल की बॉक्सर संजना और कीर्ति का कमाल। सोनीपत में जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीते हैं। अब दुबई में जूनियर एशियन चैंपियनशिप में खेलेंगी। कीर्ति के चाचा इंटरनेशनल बॉक्सर रहे हैं। वहीं संजना के माता-पिता अध्यापक हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:46 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:46 PM (IST)
कैथल की छोरियों ने गाड़ दिया लठ, अब दुबई में अपने मुक्के के दम से नाम करेंगी रोशन
कैथल की बॉक्सर संजना और कीर्ति गोल्ड मेडल के साथ।

सुनील जांगड़ा, कैथल। कैथल की दो बेटियां दुबई में अपने मुक्के का दम दिखाएंगी। दुबई में 18 से 31 अगस्त तक होने वाली जूनियर एशियन चैंपियनशिप में दो मुक्केबाजों का चय हुआ है। सोनीपत में आयोजित जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन की बदौलत उनका दुबई जाना पक्का हो गया है।

हरियाणा बॉक्सिंग संघ की तरफ से सोनीपत में 25 से 31 जुलाई तक जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप करवाई गई। कैथल से दो महिला खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था। दोनों ही खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल हासिल कर लिया है। 80 किलो भारवर्ग में संजना ने गोल्ड और 80 प्लस किलो भारवर्ग में कीर्ति ढुल ने गोल्ड मेडल हासिल किया है। गोल्ड आने के बाद दोनों ही खिलाड़ियों का चयन 18 से 31 अगस्त तक दुबई में होने वाली जूनियर एशियन चैंपियनशिप के लिए हो गया है। कोच गुरमीत सिंह, राजेंद्र सिंह, विक्रम ढुल ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों ने गोल्ड हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है।

चाचा को देख चढ़ा बॉक्सिंग का खुमार

बता दें कि नेहरू गार्डन कालोनी निवासी कीर्ति ढुल के चाचा विक्रम ढुल इंटरनेशनल खिलाड़ी रहे हैं। अब वे भी आरकेएसडी कालेज स्थित बाक्सिंग खेल सेंटर में कीर्ति को अभ्यास करवाते हैं। अपने चाचा को देखकर ही 16 वर्षीय कीर्ति ने तीन साल पहले बॉक्सिंग खेलना शुरू किया था। कीर्ति के पिता नरेश कुमार आर्मी में कर्नल हैं। कीर्ति इससे पहले भी 2018 में भोपाल में हुई स्कूल नेशनल में ब्रांज मेडल जीता था। 2019 में दिल्ली में हुई स्कूल नेशनल में गोल्ड मेडल जीता था। 2021 में गोहाना में हुई जूनियर स्टेट बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल कर चुकी हैं। अब उसका लक्ष्य दुबई में होने वाली प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल लाने का है।   

माता-पिता अध्यापक, बेटी को बनाना था बॉक्सर

जनकपुरी कालोनी निवासी 15 वर्षीय संजना के पिता करनैल सिंह और माता सुनीता दोनों ही अध्यापक हैं। पिता की प्ररेणा से दो साल पहले ही संजना ने बाक्सिंग खेलना शुरू किया था। करनैल सिंह हरसौला के राजकीय स्कूल में तैनात थे। उस गांव से कई खिलाड़ी बाक्सिंग सीखने के लिए कैथल स्थित आरकेएसडी खेल सेंटर पर आते थे। खिलाड़ियों को देखकर ही करनैल ने अपनी बेटी को बॉक्सर बनाने की ठान ली और सेंटर पर भेजना शुरू कर दिया।

एक दिन भी प्रैक्टिस से छुट्टी नहीं करती संजना

संजना एक दिन भी सेंटर से छुट्टी नहीं करती हैं। उसी का परिणाम है कि उसने अगस्त में दुबई में होने वाली प्रतियोगिता में अपना स्थान पक्का कर लिया है। संजना ने 2021 में गोहाना में हुई जूनियर स्टेट बाक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल किया था। उसके बाद अब सोनीपत में गोल्ड हासिल किया है। संजना का लक्ष्य है कि दुबई में भी लगातार तीसरा गोल्ड हासिल करेगी।  

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