मिलिए हरियाणा की पहली जादूगरनी से, विदेशों तक छाया इनके जादू का जलवा

अंबाला की जादूगरनी काईजा क्वीन हरियाणा की इकलौती जादूगरनी हैं। इंटरनेशनल जादूगरों में मुकाम बना रही हैं। मेरिका की आइबीएम संस्था भी मौका दे चुकी है। पिछले 18 साल से जादू की दुनिया में हैं। पांच साल से खुद इसकी कमान संभाल रहीं हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 05:29 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 08:09 AM (IST)
मिलिए हरियाणा की पहली जादूगरनी से, विदेशों तक छाया इनके जादू का जलवा
काईजा क्वीन स्कूल-कॉलेजों में जादू शो के जरिये समाज में फैले अंधविश्वास को खत्म करने का प्रयास करती हैं।

अंबाला, जेएनएन। अंबाला की एक जादूगरनी जिले और प्रदेश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी नाम चमका रही है। सबसे खास बात यह है कि ये प्रदेश में एकमात्र महिला जादूगर हैं। इन्हें अमेरिका की आइबीएम संस्था ने मौका दिया है। ऑनलाइन कंपीटिशन में उनका चयन किया गया। अंबाला छावनी की जादूगर काईजा क्वीन(काजल) ने अपने जादू के जौहर दिखाए। इसके चलते उन्हें ऑनलाइन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पर प्रमाण पत्र भी मिले हैं।

विदेश में जादूगरों के शो होते हैं, जिनमें सभी जादूगर अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। इसमें नाम दर्ज तक करवाना आसान नहीं होता। काईजा क्वान बताती हैं कि वह लगातार तीन माह से इन प्रतियोगिताओं में भाग ले रही हूं। वह पिछले 18 साल से जादू की दुनिया में हैं। पांच साल से खुद इसकी कमान संभाल रहीं हैं। उन्हें यह कला पंजाब के जादूगर एडी बादशाह से सीखने को मिली।

जादू की दुनिया में पुरुषों का वर्चस्व

काईजा बताती हैं कि जादू की दुनिया में पुरुषों का ही वर्चस्व ज्यादा है। लेकिन इसमें उनकी रुचि थी और मेहनत और लगन से इस सपने को साकार किया। उन्होंने बताया कि अमेरिका में फरवरी, मार्च और अब अप्रैल में प्रतियोगिताएं चल रही हैं। इनमें वह हिस्सा ले रहीं हैं। इस कारण कई संस्थाएं उन्हें सम्मानित करने में लगी हुई हैं।

चुनौतियों भरी है जादू की दुनिया की राह

उन्होंने बताया कि जादू की दुनिया की राह चुनौतियों भरी है। दिक्कतों का सामना करते हुए वह इस कला को जिंदा रखना चाहती हैं। वह स्कूल-कॉलेजों में जाकर जागरूकता के संदेश देती हैं। शो के माध्यम से समाज में फैले हुए अंधविश्वास को खत्म करने का प्रयास करती हैं। कन्या भ्रूण हत्या, दहेज हत्या समेत जो भी सामाजिक बुराइयां हैं, उनसे बचाने के लिए संदेश दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि वह प्रदेश में एकमात्र महिला जादूगर हैं। जादू की लाइन में महिलाएं न के बराबर ही आती हैं, परंतु उन्होंने शुरू से ठान लिया था।

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