कोरोना पॉजिटिव की सहायता के लिए जींद पुलिस को मिलीं चार गाड़ियां

कोरोना संक्रमित को घर से नागरिक अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जिला पुलिस को चार इनोवा गाड़ी मिली हैं। ये गाड़ियां कोरोना पीड़ितों के लिए कार्य करेंगी। जींद में पुलिस के इस कदम को हर कोई सराह रहा है।

By Edited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:27 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:27 AM (IST)
कोरोना पॉजिटिव की सहायता के लिए जींद पुलिस को मिलीं चार गाड़ियां
जींद पुलिस ने कोरोना मरीजों की सहायता के लिए गाडि़यां दीं।

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना संक्रमित को घर से नागरिक अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जिला पुलिस को चार इनोवा गाड़ी मिली हैं। एसपी वसीम अकरम ने बताया कि इन गाड़ियों को आपातकालीन परिवहन में प्रयोग करने के लिए नागरिक अस्पताल में तैनात किया गया है। पुलिस विभाग की इन इनोवा गाड़ियों को जरूरतमंद कोरोना पॉजिटिव को उनके घर से अस्पतालों व नर्सिग होम तक मुफ्त में पहुंचाने के लिए प्रयोग किया जाएगा। चारों गाड़ियों को एंबुलेंस की कमी व निजी एबुलेंस मालिकों द्वारा ज्यादा किराए की मांग को देखते हुए परिवहन के रूप में प्रयोग करने के लिए सिविल सर्जन डा. मनजीत ¨सह की उपस्थिति में अस्पताल को सौंपा। आपात स्थिति में एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिवहन के लिए पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 100 और आपातकालीन चिकित्सा हेल्पलाइन नंबर 108 पर फोन करके पुलिस से मदद ले सकते हैं ये गाड़ियां निश्शुल्क सेवा के लिए तैयार हैं। डीएसपी पुष्पा खत्री ने बताया कि इन वाहनों को चलाने के लिए जिन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगी है। जो कर्मचारी इन गाड़ियों पर तैनात होंगे उनका नियमित रूप से चेकअप कराया जाएगा। रेमडेसिविर टीके की सप्लाई के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित जासं, जींद : डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि प्रशासन की ओर से जिन प्राइवेट अस्पतालों में कोविड के मरीज जो उपचार करा रहे हैं, उनमें रेमडेसिविर टीके की सप्लाई के लिए जिले में चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इस टीम में रोडवेज महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जबकि सदस्यों में से सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डा. धन कुमार, डा. तंवर, एसएमओ जुलाना डा. नरेश वर्मा को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि यह टीम प्रतिदिन दोपहर दो बजे से तीन बजे तक डीआरडीए के हाल में बैठेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि जिस प्राइवेट अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों का उपचार चल रहा है, संबंधित अस्पताल द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही जरुरी उपचार के कागजात लेकर इस टीम के समक्ष आएगा। उन्होंने बताया कि यह टीम उपचार के कागजों का अध्ययन कर रेमडेसिविर का टीका वास्तव में किसी मरीज को चाहिए उस बारे में अपनी अनुमति देगी। अनुमति मिलने उपरांत स्थानीय सिविल अस्पताल से टीके की फीस जमा करवाकर रसीद सहित टीका प्राप्त किया जा सकता है।

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