प्रधान बनने का सपना बिखरा, अब पत्नियों पर लगाएंगे दांव

नगर परिषद के प्रधान बनने का कई युवा नेताओं का सपना टूट गया। मंगलवार को निकले ड्रा में प्रधान पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हो गया। जींद और नरवाना नगरपरिषद प्रधान का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित उचाना सामान्य वर्ग के लिए ओपन।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 04:53 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:53 PM (IST)
प्रधान बनने का सपना बिखरा, अब पत्नियों पर लगाएंगे दांव
जींद और नरवाना नगरपरिषद प्रधान का पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित।

जींद, [कर्मपाल गिल]। शहर की सरकार कही जाने वाली नगर परिषद के प्रधान बनने का कई युवा नेताओं का सपना चूर-चूर हो गया है। करीब सालभर से ये नेता प्रधान बनने का सपना पालकर पसीना बहा रहे थे। लेकिन मंगलवार को निकले ड्रा में प्रधान पद सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हो गया। ऐसे में कुछ नेताओं को मन मसोस कर घर बैठना पड़ेगा तो कुछ नेताओं ने अपनी मां व पत्नियों को मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया है। वहीं, नरवाना नगरपरिषद का प्रधान पद भी महिला के लिए आरक्षित हो गया है, जबकि उचाना सामान्य वर्ग के लिए ओपन रखा गया है।

मंगलवार को पूरे शहर के सियासी गलियारों में सिर्फ इसी बात पर चर्चा थी कि नगर परिषद प्रधान का पद किस वर्ग के लिए आरक्षित होगा? दोपहर बाद पंचकूला में ड्रा निकलने शुरू होते ही फोन बजने शुरू हो गए थे। जींद नगरपरिषद का ड्रा निकलते ही करीब 20 युवा नेताओं के चेहरे लटक गए। इन नेताओं ने लंबे समय से होमवर्क शुरू कर रखा था। कुछ नेता सालभर से घर-घर जाकर जलपान करके वोट पक्की करने में जुटे हुए थे तो कई नेता धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर खुद को प्रोजेक्ट कर रहे थे।

प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित होने पर सबसे ज्यादा झटका सुनील वशिष्ठ, नरेंद्र नाडा, विनोद आशरी को लगा है, क्योंकि उनकी पत्नियां सरकारी नौकरी में हैं। ऐसे में ये न तो खुद प्रधान पद का चुनाव लड़ सकेंगे और न पत्नी को प्रधान का चुनाव लड़ा सकेंगे। हालांकि उनके सामने अब पार्षद का चुनाव लड़ने का विकल्प खुला है। राजनीति में सक्रिय रहने के लिए कुछ नेताओं ने पार्षद का चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। अब अगले कुछ दिन तक शहर की सियासत में नगर परिषद प्रधान के चुनाव की सरगर्मियां बनी रहेंगी। भाजपा-जजपा गठबंधन के तहत प्रधान का पद भाजपा में जाने की संभावना ज्यादा है। कांग्रेस, इनेलो व आम आदमी पार्टी से जुड़े नेता व कार्यकर्ता भी टिकट के लिए गोटियां बैठानी शुरू करेंगे। आम आदमी पार्टी भी इस बार सिंबल पर प्रत्याशी उतारेगी।

ये नेता मां व पत्नियों को प्रधान का चुनाव लड़ाएंगे 

-कांग्रेस नेता प्रदीप गिल अपनी पत्नी अनीता गिल काे प्रधान का चुनाव लड़ाएंगे। अनीता पहले ही जिला पार्षद रह चुकी हैं।

-इनेलो नेता शिबू जिंदल ने कहा कि पार्टी ने टिकट दी तो उनकी पत्नी नीतू जिंदल भी प्रधान का चुनाव लड़ने को तैयार हैं।

-जींद विकास संगठन के बैनर तले तैयारी कर रहे राजकुमार गोयल अपनी पत्नी निशा गोयल को चुनाव मैदान में उतारेंगे।

-कांग्रेस नेता राजू लखीना ने भी अपनी पत्नी डॉली लखीना को मैदान में उतारने का निर्णय कर लिया है।

-पूर्व प्रधान विनोद आशरी अपने छोटे भाई प्रमोद की पत्नी कुसुम आशरी को प्रधान पद का चुनाव लड़ाएंगे।

-पार्षद प्रवीन बैनीवाल की मां संतोष देवी या पत्नी दिनेश कुमारी प्रधान पद का चुनाव लड़ेंगे। अभी प्रवीन और उनकी मां दोनों पार्षद हैं।

-वरदान अस्पताल की डायरेक्टर मीना शर्मा ने कहा कि भाजपा की टिकट मिली तो प्रधान का चुनाव लड़ने को तैयार हूं।

-वर्ष 2013 में प्रधान रह चुकी धर्मेंद्र पहलवान की पत्नी मुकेश देवी भी प्रधान का चुनाव लड़ेंगी। उनकी प्राथमिकता कांग्रेस टिकट लेने पर रहेगी।

-प्रधान पद जेजेपी के खाते में आया तो मुकेश चहल की पत्नी सुशीला चहल दावेदारी के लिए तैयार हैं। वे पहले भी वर्ष 2005-10 तक पार्षद रह चुकी हैं।

-जयंती जयंती हिंदू संगठन के प्रधान अतुल चौहान खुद तैयारी कर रहे थे। अब मां अमरजीत चौहान को प्रधान का चुनाव लड़ाएंगे।

-निवर्तमान पार्षद रणधीर राणा अपनी पुत्रवधू श्वेता राणा को प्रधान पद के लिए मैदान में उतारेंगे। उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।

-पूर्व प्रधान सुदेश देवी का लेक्चरर पद पर चयन नहीं हुआ तो प्रधान का चुनाव लड़ेंगी। नौकरी लग जाती हैं तो उनकी छोटी बहन प्रोमिला चुनाव लड़ेंगी।

तीन पूर्व प्रधान भी मैदान में उतरेंगी

नगर परिषद प्रधान के चुनाव में तीन पूर्व प्रधान भी मैदान में उतरेंगी। इनमें निवर्तमान प्रधान पूनम सैनी, मुकेश देवी और सुदेश देवी शामिल हैं। पूनम सैनी के पति पानीपत जिला भाजपा के प्रभारी जवाहर सैनी ने कहा कि पार्टी ने टिकट दी तो वे चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। धर्मेंद्र पहलवान की पत्नी पूर्व प्रधान मुकेश देवी भी चुनाव मैदान में लड़ेंगी। सोमबीर पहलवान ने कहा कि उनकी भाभी पूर्व प्रधान सुदेश देवी या उनकी पत्नी प्रोमिला प्रधान पद के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगी।

सीधा होगा प्रधान का चुनाव, इसलिए मारामारी

नगर परिषद में अभी तक चुने हुए पार्षद अपने में किसी एक पार्षद को प्रधान चुनते थे। ऐसे में प्रधान को कुर्सी पर बने रहने के लिए पार्षदों की बातें माननी पड़ती थी। लेकिन आगामी चुनाव में पहली बार प्रधान पद का चुनाव सीधे वोटरों द्वारा किया जाएगा। इससे निर्वाचित प्रधान को पांच साल तक कुर्सी खिसकने का कोई खतरा नहीं होगा और वह खुलकर काम कर सकेगा। इस कारण इस बार प्रधान पद के लिए मारामारी मची हुई है।

पार्षद का चुनाव लड़कर उपप्रधान का विकल्प

प्रधान का चुनाव न लड़ सकने वाले कुछ नेता अब नगरपार्षद का चुनाव भी लड़ सकते हैं। इन नेताओं की पत्नियां सरकारी नौकरी में हैं, इसलिए उनको भी चुनाव नहीं लड़ा सकते। ऐसे में अब वे पार्षद का चुनाव लड़ेंगे। इससे उनके सामने उपप्रधान बनने का विकल्प खुला रहेगा। अन्ना टीम के सुनील वशिष्ठ ने पार्षद का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। नरेंद्र नाडा ने कहा कि सेव संस्था के किसी सदस्य की मां व पत्नी को चुनाव लड़ाया जा सकता है।

जींद में नौ साल से महिला के सिर प्रधानी का ताज

जींद नगर परिषद में बीते नौ साल से प्रधानी का ताज महिला के सिर सजा हुआ है। अब अगले पांच साल के लिए फिर महिला के लिए आरक्षित हो गया है। जींद नगरपरिषद में अब सात बार महिलाएं प्रधान पद की कुर्सी पर बैठ चुकी हैं। पहली बार 18 जुलाई 2000 को तेजिंद्र कौर प्रधान बनी थी। उनके बाद रजनी अरोड़ा तीन बार कार्यकारी प्रधान बनी। सोमबीर पहलवान की भाभी सुदेश देवी 15 जुलाई 2010 से 15 अगस्त 2012 तक प्रधान रही। धर्मेंद्र पहलवाान की पत्नी मुकेश देवी तीन जनवरी 2013 को प्रधान बनी थी और 20 जून 2015 तक इस पद पर रही। इसके बाद 4 जुलाई 2016 को पूनम सैनी प्रधान बनी और अपना 21 जुलाई 2021 तक अपना कार्यकाल पूरा किया।

उचाना-नरवाना में भी सरगर्मियां हुई तेज

उचाना नगरपालिका के प्रधान का पद सामान्य वर्ग के लिए ओपन रहने पर कई दावेदारों ने खुशी जताई। चुनाव लड़ने के इच्छुक सतनारायण मखंड समेत कई नेताओं ने चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी है। निवर्तमान प्रधान राजेश कुमारी के पति रमेश कुमार भी मैदान में उतर सकते हैं। नरवाना नगर परिषद में कैलाश सिंगला की पत्नी, सुशील शास्त्री की पत्नी पूनम, निवर्तमान उपप्रधान राजू प्रजापति की पत्नी कमलेश, सुरेश पप्पू की पत्नी ने चुनाव में उतरने का निर्णय लिया है।

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