जमाबंदी का काम शुरू, 16 के बाद नहीं होंगे भापरा व समालखा रकबे के इंतकाल
तहसील में जमाबंदी का काम चल रहा है। हाल में कस्बे समालखा व भापरा की जमाबंदी का काम शुरू होने जा रहा है। ऐसे में 16 जून को बाद जमाबंदी होने तक उक्त दोनों जगहों को इंतकाल नहीं हो पाएंगे।
जागरण संवाददाता, समालखा : तहसील में जमाबंदी का काम चल रहा है। हाल में कस्बे समालखा व भापरा की जमाबंदी का काम शुरू होने जा रहा है। ऐसे में 16 जून को बाद जमाबंदी होने तक उक्त दोनों जगहों को इंतकाल नहीं हो पाएंगे। विभागीय अधिकारी उक्त दोनों रकबे के पेंडिग इंतकाल को दर्ज कराने में लगे हैं, ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।
गौरतलब है कि पांच साल में एक बार शहर व गांव में दर्ज जमीनी रिकार्ड को अपडेट कर जमाबंदी की जाती है। पिछले काफी समय से समालखा तहसील में भी जमाबंदी का कार्य जारी है जोकि पहले ग्रामीण इलाके का चल रहा था। तहसीलदार सुमन लता के मुताबिक तहसील के अंतर्गत आने वाले पावटी को छोड़कर सभी गांव की जमाबंदी का कार्य पूर्ण हो चुका है। पावटी की जमाबंदी भी जल्द ही पूरी हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि हाल में भापरा व समालखा रकबे की जमाबंदी की योजना बनाई है। 16 जून से उक्त दोनों रकबे की जमाबंदी का काम शुरू होगा। पहले पटवारी उक्त दोनों रकबों का रिकार्ड आनलाइन अपडेट कराएंगे। इसके बाद प्रिट निकाल उसका मिलान किया जाएगा। फिर जमाबंदी होगी। इसमें काफी समय लगेगा। उन्होंने कहा कि जमाबंदी होने तक दोनों जगह के रकबे से संबंधित इंतकाल दर्ज नहीं हो सकेंगे। यहां इतने इंतकाल हैं बचे
तहसीलदार सुमन लता के मुताबिक समालखा व भापरा रकबे में हर रोज प्लाटों की खरीद व बिक्री होती है। ऐसे में समालखा रकबे में बचे 246 इंतकाल में से 113 दर्ज हो चुके हैं। जबकि भापरा रकबे के केवल 73 इंतकाल ही बचे हैं। इन्हें भी दर्ज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को परेशान नहीं होने देंगे।