पानीपत में थम गया हाईवे, 12 घंटे से ज्यादा रेंगते रहे वाहन, वीआइपी फंसे तो दौड़ा प्रशासन
पानीपत के समालखा में नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया। 12 घंटे तक वाहन रेंगते रहे। दिल्ली विधानसभा के मुख्य सचेतक की गाड़ी भी फंस गई। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से जाम हटवाया।
पानीपत/समालखा, जेएनएन। समालखा में जलभराव और कैंटर के पलट जाने से नेशनल हाईवे पर हजारों वाहन थम गए। करीब 12 घंटे तक रेंग-रेंगकर वाहन चलते रहे। कई घंटे तक तो वाहन सरके भी नहीं। आम आदमी रोज इन हालातों से जूझता है। लेकिन जब वीआइपी तक इस जाम में फंसे तो पूरा जिला प्रशासन हाईवे पर दौड़ा आया। एसपी शशांक कुमार सावन के साथ अलग-अलग विभागों के अफसर हाईवे पर पहुंचे। कैंटर को उठवाने के साथ निर्माणधीन पुल की एक लेन को चालू करा जाम से राहत दिलाई। जलभराव के बीच दिल्ली विधानसभा के मुख्य सचेतक की गाड़ी भी फंसी, जिसे क्रेन की मदद से निकाला गया।
हाईवे पर जाम हटवाने की कोशिश करते पुलिसकर्मी।
दरअसल, समालखा में हथवाला रोड और अनाज मंडी के सामने फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। दोनों पुल को पहले से बने फ्लाईओवर से अटैच किया जा रहा है। ऊपर की लेन बंद है और सारे वाहन नीचे सर्विस लेन से गुजर रहे हैं। सर्विस लेन की कहीं पर चौड़ाई कम है तो कहीं ज्यादा है। जगह-जगह गड्ढे बने हैं। वाहनों की गति धीमी पड़ जाती है और जाम लगा रहता है। ऊपर से पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। जलभराव के बीच गड्ढे दिखाई न देने पर कोई न कोई वाहन सड़क पर पलट जाता है। इससे निपटने के लिए न तो कंपनी और न ही स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई अस्थायी समाधान निकाला गया।
कई किलोमीटर में जमा होता पानी
हाईवे पर पुल और सड़क निर्माण का कार्य एनएचएआइ की तरफ से वेलस्पन इंटरप्राइसेस कंपनी को दिया गया है। उसने आगे जैक्सन कंपनी को काम दिया हुआ है। तिरुपति गैस गोदाम से लेकर छौक्कर पेट्रोल पंप तक निकासी व्यवस्था न होने पर हाईवे पर आकर जमा होता है। खासकर पुराना बस अड्डा पर तालाब जैसे हालात बन जाते हैं।
प्रशासन करेगा सहयोग
एसडीएम विजेंद्र हुड्डा का कहना है कि समस्या गंभीर है। इसके निदान में प्रशासन कंपनी का सहयोग करेगा। पानी निकासी कराने के लिए कंपनी ने चार टैंकर लगाए हुए हैं। दो टैंकर नगर पालिका भी लगाएगी। पब्लिक हेल्थ के अधिकारी निकासी के अस्थायी समाधान में सहयोग करेंगे।
ट्रैफिक व्यवस्था अवरुद्ध न हो
एसपी शशांक कुमार सावन ने कंपनी के अधिकारियों से बात की। हाईवे पर निकासी, गड्ढे भरने व अन्य अड़चन दूर करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि एकाध घंटे के जाम को सहा जा सकता है, लेकिन हर रोज इसे झेला नहीं जा सकता। उन्होंने एएसपी व एसडीएम को मिलकर इसमें काम करने के लिए कहा।
कई वाहन पलटे, कोई थमा
पानी के बीच दिखाई न देने वाले वाहनों ने दिन भर छोटे व बड़े वाहनों को झटके दिए। ऐसे में किसी का वाहन झटके के साथ थमा तो किसी का पलट गया। दिन भर टैंपो, आटो व ई रिक्शा से लेकर कार तक के रूकने पर लोग धक्के लगाकर निकालते दिखे।
एसटीपी तक ड्रेन के लिए मांगी अनुमति
जैक्सन कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट कमल धवन ने बताया कि एनएचएआइ की ओर से हाईवे पर पानी निकासी को लेकर एसटीपी तक ड्रेन के लिए डीसी से अनुमति मांगी गई है। तब तक अस्थायी निकासी को लेकर चार टैंकर लगाए गए हैं। सड़क पर बने गड्ढों को भरा जाएगा। जाम न लगे, इसको लेकर फिलहाल अस्थायी तौर पर फ्लाईओवर की दिल्ली से करनाल लेन से वाहन निकाले जा रहे हैं।
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