आइटीआइ पास विद्यार्थियों को मिलेगी आक्सीजन प्लांट चलाने की जिम्मेदारी, दिलाया प्रशिक्षण

आइटीआइ से पास हो चुके विद्यार्थियों को प्रदेश में लगाए गए पीएसए (प्रेशर स्विग एड्जा‌र्ब्शन टेक्नोलाजी) आक्सीजन प्लांट की देखरेख व चलाने की जिम्मेदारी मिलने जा रही है। इसको लेकर प्रदेश के 22 जिलों में स्थित 24 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से पासआउट 200 से ज्यादा विद्यार्थियों को आनलाइन प्रशिक्षण दिलाने के साथ आनसाइट प्रशिक्षण देने का कार्य भी पूरा हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 10:01 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 10:01 PM (IST)
आइटीआइ पास विद्यार्थियों को मिलेगी आक्सीजन प्लांट चलाने की जिम्मेदारी, दिलाया प्रशिक्षण
आइटीआइ पास विद्यार्थियों को मिलेगी आक्सीजन प्लांट चलाने की जिम्मेदारी, दिलाया प्रशिक्षण

जागरण संवाददाता, पानीपत : आइटीआइ से पास हो चुके विद्यार्थियों को प्रदेश में लगाए गए पीएसए (प्रेशर स्विग एड्जा‌र्ब्शन टेक्नोलाजी) आक्सीजन प्लांट की देखरेख व चलाने की जिम्मेदारी मिलने जा रही है। इसको लेकर प्रदेश के 22 जिलों में स्थित 24 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से पासआउट 200 से ज्यादा विद्यार्थियों को आनलाइन प्रशिक्षण दिलाने के साथ आनसाइट प्रशिक्षण देने का कार्य भी पूरा हो चुका है। प्रशिक्षण चुनिदा ट्रेड इंस्टूमेंट, फिटर व इंस्टूमेंट मैकेनिक ट्रेड के छात्रों को ही दिया गया है। इसको लेकर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्लेसमेंट ज्वाइंट डायरेक्टर संजीव शर्मा ने पत्र जारी किया था। तैयार किए गए 83 मास्टर ट्रेनर

आइटीआइ पास विद्यार्थियों को 80 घंटे का आनलाइन और अब 100 घंटे का आनसाइट प्रशिक्षण दिया गया। ट्रेनिग का जिम्मा प्रशिक्षित किए जा चुके आइटीआइ इंस्ट्रक्टर मास्टर ट्रेनरों को मिला। इन्हें भी पहले 30 घंटे की आनलाइन ट्रेनिग दी गई थी। उन्होंने ही विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया। इसको लेकर पूरे प्रदेश में 83 इंस्ट्रक्टर (मास्टर ट्रेनर) तैयार किए गए थे। हर जिले से 3 से 5 इंस्ट्रक्टर व 10 से 11 छात्र शामिल

प्रदेश के हर जिले से ट्रेनिग के लिए 3 से 5 इंस्ट्रक्टरों का चयन किया गया। जिन्हें आक्सीजन प्लांट को चलाने व रखरखाव को लेकर ट्रेनिग दी गई। वहीं जिले से 10 से 11 आइटीआइ पास छात्रों का चयन किया गया। ट्रेनिग पूरी कर चुके इंस्ट्रक्टरों द्वारा ही चयनित छात्रों को आनलाइन व आनसाइट ट्रेनिग दी गई। इन्हें कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, ताकि आने वाले दिनों में ये इन प्लांट में सेवाएं दे सकें। आक्सीजन को लेकर हुई थी मारामारी

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन को लेकर मारामारी मची थी। पुलिस सुरक्षा के बीच लोगों को आक्सीजन सिलेंडर मिल पा रहे थे। ऐसे में आगे आक्सीजन को लेकर परेशानी न हो, इसको लेकर हर जिले में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। उनकी देखरेख व चलाने में परेशानी न हो, इसलिए आइटीआइ पास आउट विद्यार्थियों को जिम्मेदारी मिल सकती है। जिले में दी गई 11 विद्यार्थियों को ट्रेनिग

राजकीय आइटीआइ पानीपत के प्रिसिपल डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि आइटीआइ में तैनात इंस्ट्रक्टर के बाद आइटीआइ से वर्ष 2018 व 2020 में इंस्टूमेंट, फिटर व इंस्टूमेंट मैकेनिक ट्रेड से पास आउट विद्यार्थियों को आक्सीजन प्लांट चलाने संबंधित ट्रेनिग दिलाई गई है। इसमें पांच विद्यार्थी इंस्टूमेंट मैकेनिक, तीन फिटर व तीन इंस्टूमेंट ट्रेड से हैं।

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