अपराध को कानून के साथ जागरूकता लाकर भी खत्म करना संभव : सतीश वत्स
कानून को सख्ती से लागू करने के साथ-साथ जागरूकता से भी कम किया जा सकता है। यह कहना है डीएसपी सतीश वत्स का।
कानून को सख्ती से लागू करने के साथ-साथ जागरूकता से भी कम किया जा सकता है। ड्यूटी के दौरान ये दोनों काम बखूबी करते हैं। लोगों को जागरूक कर अपराध को रोका जा सकता है। साथ ही युवाओं को नैतिकता का पाठ पढ़ाकर अपराध की दलदल से दूर रखा जा सकता है।
यह बात डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने कही। उन्होंने शनिवार को ही पानीपत में डीएसपी मुख्यालय का कार्यभार संभाला है। दैनिक जागरण के सीनियर रिपोर्टर जगमहेंद्र सरोहा ने डीएसपी सतीश कुमार वत्स से बातचीत की। पेश है बातचीत का प्रमुख अंश।
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सवाल : आपने पानीपत में कार्यभार संभाल लिया है, आपका वर्किंग स्टाइल कैसा रहेगा?
जवाब : मैं संवाद के साथ किसी भी मामले का हल करने का प्रयास करता हूं। इससे समाज में भाईचारा बना रहता है।
सवाल : कुछ मामले संवाद के बजाय एक्शन लेने से निपटते हैं। क्या ऐसे मामलों को भी संवाद से निपटाएंगे?
जवाब : नहीं, ऐसा नहीं है। क्रिमिनल मामलों में बातचीत के बजाय एक्शन लेने की जरूरत होती है। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार एक्शन लिया जाएगा।
सवाल : समाज में जिस तरह के अपराध बढ़ रहे हैं, उन्हें कैसे राकेंगे?
जवाब : समाज में महिलाओं के शोषण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन्हें रोकना बहुत जरूरी है। वे ऐसे लोगों पर नजर रखेंगे। वे समझाने से नहीं समझते हैं तो एक्शन लिया जाएगा।
सवाल : युवाओं में अपराध करने की मंशा क्यों बनी रहती है? इसे लेकर क्या किया जाएगा?
जवाब : नैतिकता की कमी में युवाओं में अपराध करने की मंशा पैदा होती है। युवाओं में नैतिकता का पतन हो चुका है। उनमें संस्कार नहीं है। कार्यक्रमों में मैं युवाओं को नैतिकता के बारे में जरूर समझाता हूं।
सवाल : जघन्य अपराध भी लगातार बढ़ रहे हैं। क्या किया जाएगा?
जवाब : जघन्य अपराध समाज के लिए ¨चता का विषय है। लोगों को ऐसे अपराध और अपराधियों की आशंका होते ही पुलिस को सूचना देनी चाहिए। पुलिस और पब्लिक मिलकर ही अपराध और अपराधियों को खत्म कर सकते हैं। सवाल : शहर समेत जिले में स्ने¨चग और लूट की वारदात लगातार बढ़ रही हैं। इसे रोकने के लिए क्या करेंगे?
जवाब : स्ने¨चग और लूट जैसी वारदातों को रोकने के लिए गश्त बढ़ाई गई है। किरायेदारों को वैरीफिकेशन करने को लेकर टीमों का गठन किया गया है। इससे अपराध को रोका जा सकेगा।
सवाल : जमानत पर आने वाले अपराधी हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, इसको लेकर क्या किया जाएगा?
जवाब : जेल से नियमानुसार कार्रवाई पूरी होने के बाद ही किसी को जमानत मिलती है। पुलिस पिछले मामलों की केस स्टडी कर जमानत पर आने वालों की समय-समय पर रिपोर्ट लेना निश्चित करेंगे।