सीएचसी में नहीं बने आइसोलेशन वार्ड, आक्सीजन कंसंट्रेटर भी नहीं पहुंचे

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सिविल अस्पताल में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) और स्पेशल आइसोलेशन वार्ड बनाया जाना है। जिले की सातों सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में अभी तक पर्याप्त बेड और आक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं पहुंचे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:49 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:49 AM (IST)
सीएचसी में नहीं बने आइसोलेशन वार्ड, आक्सीजन कंसंट्रेटर भी नहीं पहुंचे
सीएचसी में नहीं बने आइसोलेशन वार्ड, आक्सीजन कंसंट्रेटर भी नहीं पहुंचे

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सिविल अस्पताल में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) और स्पेशल आइसोलेशन वार्ड बनाया जाना है। जिले की सातों सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में अभी तक पर्याप्त बेड और आक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं पहुंचे हैं।

उधर, जिला में शून्य से 18 साल के 5.39 लाख बच्चे-किशोर तीन शिशु रोग विशेषज्ञों के भरोसे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत माह घोषणा की थी कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से सभी सीएचसी में चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। हर सीएचसी में कम 25 बेड की व्यवस्था रहेगी। जिला में सात सीएचसी हैं, यानि 175 बेड की व्यवस्था रहेगी। वर्तमान की बात करें तो 102 बेड हैं। सरकार के आदेश के बावजूद बेड संख्या नहीं बढ़ी है।

आक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचने थे, नहीं पहुंचे हैं। 175 बेड पर 28 डाक्टर होने चाहिए, फिलहाल 15 हैं। बेड संख्या वृद्धि के साथ चिकित्सकों का अभाव भी सरकार और विभाग के लिए चुनौती बना रहेगा। सीएचसी का नाम बेड चिकित्सक संख्या

बापौली 30 02

नारायणा 30 02

ददलाना 12 03

खोतपुरा 10 02

अहर 08 01

मतलौडा 10 02

नौल्था 12 03 आक्सीजन कंसंट्रेटर कितना कामयाब

हवा में 78 फीसद नाइट्रोजन, 21 फीसद आक्सीजन और एक फीसद अन्य गैस होती हैं। आक्सीजन कंसंट्रेटर हवा को फिल्टर कर, मरीज को आक्सीजन देता है। फिल्टर आक्सीजन की शुद्धता 90 से 95 फीसद होती है। जिन मरीजों का आक्सीजन सेचुरेशन लेवल 88 है, उनकी यह पूर्ति कर देता है। लेवल इससे कम है तो उसे सिलेंडर से प्रेशर के साथ आक्सीजन देनी पड़ती है। हालात सामान्य हैं

सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कहा कि अब हालात सामान्य हैं। प्रत्येक सीएचसी में 25 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जाएगा। मामूली लक्षणों वाले बच्चों को सीएचसी में इलाज मिले, यही प्रयास है।

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