अंतरराज्‍यीय नशा तस्‍करी का पर्दाफाश, राजस्‍थान कोटा से 13 बोरियों में नशा भरकर लाए हरियाणा

हरियाणा के करनाल सीएम सिटी में नशा तस्‍करी का पर्दाफाश हुआ है। राजस्‍थान के कोटा से नशा तस्‍कर 13 बोरियों में 130 किलोग्राम डोडा पोस्‍त भरकर हरियाणा के करनाल में आए थे। पुलिस ने दो अंतरराज्‍यीय तस्‍करों को गिरफ्तार किया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:55 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:55 AM (IST)
अंतरराज्‍यीय नशा तस्‍करी का पर्दाफाश, राजस्‍थान कोटा से 13 बोरियों में नशा भरकर लाए हरियाणा
करनाल में पुलिस की गिरफ्त में तस्‍कर।

करनाल, जागरण संवाददाता। नशीले पदार्थों के दो अंतरराज्यीय तस्कर सीआइए वन टीम के हत्थे उस समय चढ़ गए जब वे कोटा से डोडा पोस्त की खेप लेकर पंजाब व अन्य राज्यों में सप्लाई करने के लिए जा रहे थे। दोनों आरोपित करनाल के ही रहने वाले हैं, जिनमें सुरेंद्र सिंह उर्फ सिंद्र वासी वासी डेरा भिखी वाला निसिंग व अजमेर ङ्क्षसह वासी गांव पखाना शामिल है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

पुलिस के अनुसार सीआइए वन की एक टीम बुधवार को बुटाना क्षेत्र में गश्त कर रही थी। तभी सूचना मिली कि सुरेंद्र सिंह उर्फ ङ्क्षसद्र व गुरविंदर सिंह वासी बूटा सिंह कालोनी निसिंग नशीले पदार्थों की तस्करी करते हैं और दोनों पार्टनर हैं। जो गुरुग्राम नंबर की एक गाड़ी में भारी मात्रा में डोडा पोस्त लेकर आए हैं। गुरविंदर सिंह को सुरेंद्र सिंह ने अपनी कार से गांव सग्गा के पास उतार दिया और वह अपने दूसरे साथी अजमेर सिंह वासी गांव पखाना के पास आया हुआ है।

तरावड़ी पहुंचे थे बेचने को

सुरेंद्र सिंह व अजमेर सिंह उपरोक्त कार में डोडा पोस्त लेकर बेचने के लिए तरावड़ी की तरफ जाएंगे। जिस पर प्राप्त सूचना के आधार पर एएसआइ दशरथ की अध्यक्षता में टीम द्वारा अंजनथली-तरावड़ी रोड पर नाकाबंदी की गई। इसी दौरान तरावड़ी की तरफ आती हुई गुरुग्राम नंबर गाड़ी को रोकने का इशारा किया गया। तभी इसमें सवार आरोपित वापस भागने का प्रयास करने लगे, जिन्हें टीम न काबू कर लिया। पूछताछ पर आरोपितों की पहचान सुरेंद्र सिंह उर्फ सिंद्र व अजमेर सिंह के तौर पर हुई। गाड़ी की तलाशी ली तो 13 कट्टे बरामद किए गए, जिनमें 130 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ। आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।

आरोपित सुरेंद्र पहले भी भुगत चुका है 10 साल की सजा

पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया ने बताया कि उक्त आरोपितों को काबू करने के बाद पूछताछ की तो पता चला कि यह नशीला पदार्थ वे राजस्थान के कोटा जिले के पास से लाए थे और आगे पंजाब व अन्य राज्यों में सप्लाई करना था। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपित सुरेंद्र के खिलाफ वर्ष 2005 में एनडीपीएस का एक मामला थाना निङ्क्षसग में दर्ज है। उसे न्यायालय द्वारा 10 वर्ष की सजा सुनाई गई थी। इस मामले में वह सजा काटकर जेल से बाहर आया हुआ था। दोनों आरोपितों को वीरवार को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी, ताकि नशीले पदार्थ की सप्लाई की चेन का पता लगाया जा सके।

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