निभाया इंसानियत का फर्ज, आर्थिक मदद कर लीवर में संक्रमण से जूझ रही बच्‍ची की बचाई जान

कुरुक्षेत्र में लीवर में संक्रमण से जूझ रही बच्ची के आपरेशन के लिए आगे आया इंसानियत ट्रस्ट। आर्थिक मदद कर बचाई जान। लीवर में संक्रमण के चलते बच्ची का किया जाना था आपरेशन। परिवार के पास नहीं आय का साधन।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:25 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:25 PM (IST)
निभाया इंसानियत का फर्ज, आर्थिक मदद कर लीवर में संक्रमण से जूझ रही बच्‍ची की बचाई जान
इंसानियत ट्रस्‍ट ने एक बच्‍ची की जान बचाई।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। इंसानियत ट्रस्ट ने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए एक ऐसी बच्ची के आपरेशन में आर्थिक सहयोग किया है जो लीवर में संक्रमण से पीड़ित थी। बच्ची दिल्ली के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी। ट्रस्ट के सदस्य निशांत ढींगरा को इस बच्ची के बारे में पता चला तो उसकी आर्थिक सहायता देकर ने आपरेशन कराया। अब यह बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है।

इंसानियत ट्रस्ट के संचालक कर्ण सैनी व महासचिव राजन कश्यप ने बताया कि पानीपत की एक बच्ची के लीवर में संक्रमण था, जिसके चलते बच्ची असहज थी। बच्ची का दिल्ली के एक अस्पताल में इस बीमारी का उपचार किया जाना था, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते बच्ची का उपचार नहीं हो पा रहा था। बच्ची के पिता के पास उपचार के लिए पैसे नहीं थे। बच्ची के उपचार में पांच इजेक्शन लगने थे, जिसकी प्रति इंजेक्शन कीमत चार हजार थी। बच्ची की इस बीमारी के बारे में जब ट्रस्ट को जानकारी मिली तो ट्रस्ट ने निशांत ढींगरा को पूरी जानकारी के लिए बच्ची के परिवार के पास पानीपत भेजा। जहां पर परिवार से मिलकर निशांत ढींगरा ने बच्ची के उपचार में खर्च होने वाली आर्थिक राशि के बारे में पूरी जानकारी जुटाई और बच्ची को आर्थिक मदद दी। उन्होंने बताया कि इंसानियत ट्रस्ट की ओर से दानी सज्जनों के सहयोग से की गई आर्थिक मदद से बच्ची अब पूरी तरह से स्वस्थ है।

26 जून को ट्रस्ट करेगा गरीब कन्या की शादी में सहयोग

ट्रस्ट के संचालक कर्ण सैनी ने बताया कि शहर की एक कालोनी की गरीब कन्या की शादी 26 जून को होने जा रही है। इस कन्या की शादी में ट्रस्ट की ओर से आर्थिक सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कन्या के पिता की मासिक आय पांच हजार रुपये है, जिसके कारण वह अपनी बेटी के शादी के कार्ड भी छपवाने में असमर्थ है। इस कन्या की चार बहनें हैं। ट्रस्ट ने इस गरीब कन्या के घर जाकर पूरी जानकारी लेने के बाद शादी में आर्थिक सहयोग करने का निर्णय लिया है।

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