कैथल में कोविड की वजह से अब तक 52 बच्‍चे अनाथ, चाइल्ड हेल्प लाइन की भी ली जा रही मदद

कैथल महामारी के दौरान कई बच्‍चों के माता पिता की मौत हो गई। तो कई बच्‍चों के सिर से पिता का साया उठ गया। कैथल में अब तक 52 बच्‍चों की सूचना है जो अनाथ है या उनके पिता की मौत हो गई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 05:47 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 05:47 PM (IST)
कैथल में कोविड की वजह से अब तक 52 बच्‍चे अनाथ, चाइल्ड हेल्प लाइन की भी ली जा रही मदद
कोविड की वजह से कैथल में कई बच्‍चे अनाथ।

कैथल, जेएनएन। एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण जिन बच्चों के अभिभावकों की मृत्यु हो गई है और वे अनाथ हो गए हैं, ऐसे बच्चों की सूचना जिला बाल संरक्षण कार्यालय में दी सकती है। संबंधित विभाग इस जानकारी को बाल स्वराज पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित करें। ऐसे बच्चों की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 और 01746-234525 पर दी सकती है। अभी तक ऐसे 52 बच्चों की सूचना प्रशासन को मिली है। इनमें 48 ऐसे बच्चे हैं, जिनके सिंगल अभिभावक की मृत्यु हुई है और चार ऐसे बच्चों के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है।

एसडीएम संजय कुमार लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि जिन बच्चों के माता-पिता या दोनों की मार्च 2020 से लेकर अब तक कोविड के कारण मृत्यु हो गई है, उनकी सूचना बाल स्वराज पोर्टल पर अपलोड की जानी है। यह पोर्टल राष्ट्रीय बाल सुरक्षा आयोग द्वारा बनाया गया है। ऐसे बच्चों का सर्वे नगर परिषद, नगर पालिका, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में किया जाना है। अगर कोई ऐसा अनाथ बच्चा जिनके माता-पिता या दोनों की कोविड के कारण मृत्यु हो गई है, उसकी सूचना जिला बाल संरक्षण सोसायटी कैथल के कार्यालय में दें ताकि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा आयोग द्वारा बनाए गए बाल स्वराज पोर्टल पर दर्ज की जा सके।

उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि जिला में शून्य से पांच वर्ष तक आयु के बच्चों के पालन पोषण के लिए बाल उपवन दत्तक ग्रहण एजेंसी कार्य कर रही है, वहीं छह से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों का बाल उपवन आश्रम में पालन पोषण किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी कोमल, राणा बंसल, जिला बाल कल्याण अधिकारी बलबीर सिंह चौहान, ईओ बलबीर रोहिला, डीईओ अनिल शर्मा, बीरबल सिंह, शमशेर सिंह, अशोक, ललित कुमार, डा.नीरज मंगला, निर्मला देवी मौजूद रहे।

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