कलस्टर प्लॉट का आवंटन कर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो

पानीपत । 20 करोड़ की लागत से पानीपत में बनने वाले हैंडलूम कलस्टर प्रोजेक्ट रद्द हो चुका है। उसके बाद धोखाधड़ी करके 4200 मीटर का प्लाट ले लिया गया। प्लॉट का आवंटन रद्द होना चाहिए साथ ही धोखाधड़ी करने वाले उद्यमियों के खिलाफ कारर्वाई की जाए। यह मांग उद्यमी दिनेश गुप्ता ने स्काईलार्क सभागार में आयोजितक पत्रकारवार्ता में की। उन्होंने कहा कि हैंडलूम कलस्टर योजना में स्पष्ट था कि प्लॉट कलस्टर के लिए दिया जा रहा है। कलस्टर न लगाने पर प्लॉट का आवंटन रद्द हो जाएगा। इसके बाद भी हशविप्रा के अधिकारियों की मिलीभगत से प्लॉट का निजी कंपनी को आवंटन कर दिया गया है। पानीपत में हैंडलूम उद्योग को प्रोत्साहन देने वाला प्रोजेक्ट भी हाथ से चला गया है। जिससे छोटे-छोटे उद्यमियों को काम मिलता। कलस्टर प्रोजेक्ट में आधुनिक तकनीकी प्रिटिग आदि की मशीनें लगनी थी। जिससे यहां के निर्यात उद्योगों को फायदा मिलता।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 07:45 AM (IST)
कलस्टर प्लॉट का आवंटन कर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
कलस्टर प्लॉट का आवंटन कर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो

फोटो संख्या 04--

जागरण संवाददाता, पानीपत :

20 करोड़ की लागत से पानीपत में बनने वाले हैंडलूम कलस्टर प्रोजेक्ट रद हो चुका है। उसके बाद धोखाधड़ी करके 4200 मीटर का प्लाट ले लिया गया। प्लॉट का आवंटन रद होना चाहिए साथ ही धोखाधड़ी करने वाले उद्यमियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यह मांग उद्यमी दिनेश गुप्ता ने स्काईलार्क सभागार में पत्रकारवार्ता में की।

उन्होंने कहा कि हैंडलूम कलस्टर योजना में स्पष्ट था कि प्लॉट कलस्टर के लिए दिया जा रहा है। कलस्टर न लगाने पर प्लॉट का आवंटन रद हो जाएगा। इसके बाद भी हशविप्रा के अधिकारियों की मिलीभगत से प्लॉट का निजी कंपनी को आवंटन कर दिया गया है। कलस्टर प्रोजेक्ट में आधुनिक तकनीकी प्रिटिग की मशीनें लगनी थी। जिससे यहां के निर्यात उद्योगों को फायदा मिलता। इसके लिए 25 सदस्यीय सोसायटी बनाई गई थी। सोसायटी सदस्यों ने 78 लाख रुपये भी इकट्ठा करके दे दिए थे। उसमें से ही प्लॉट के 25 प्रतिशत राशि भरी गई। पानीपत होम फर्निसिग कलस्टर की तर्ज पर इसी नाम से प्राइवेट कंपनी बनाकर कंपनी के निदेशकों ने सोसायटी सदस्यों से धोखाधड़ी की। हैंडलूम उद्यमियों की 2016 से इस धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई चल रही। सीटीएम भी जांच में प्रोजेक्ट रद होने पर प्लॉट का आवंटन रद करने की अनुशंसा कर चुके हैं। पत्रकारवार्ता में दिनेश गुप्ता के अतिरिक्त कलस्टर सोसायटी के सदस्य रामप्रताप, सुरेंद्र शर्मा, सुरेश चंद, अविनाश सिंह, कृष्ण गोयल भी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त पानीपत डायर्स एसोसिएशन के नितिन अरोड़ा, नेमीचंद जैन भी मौजूद रहे। इस मामले में तीन आरोपित रमेश वर्मा, मदन बठला और राम बुद्धिराजा के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं में अभियोग दर्ज हो चुका है।

कलस्टर बन रहा है : वर्मा

आरोपित पानीपत होम फर्निसिग कंपनी के निदेशक रमेश वर्मा का कहना है कि सोसायटी सदस्यों ने सहयोग नहीं दिया। इसी लिए प्रोजेक्ट छोटा बनाया गया है। जो प्लॉट मिला उस पर कलस्टर बनाया जा रहा है। सोसायटी सदस्यों ने जो पैसे जमा करवाए थे वे लौटा दिए गए हैं।

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