बारिश में अनाज मंडी में हजारों क्विटंल धान भीगा

सनौली-बापौली अनाज मंडी में खुले में करीब सात हजार क्विटंल धान पड़ा है। इसमें से काफी धान बारिश में भीग गया। मंडी में बरसात होने पर धान में नमी के चलते एक भी ढेरी की खरीद नहीं हो सकी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 06:50 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 06:50 AM (IST)
बारिश में अनाज मंडी में हजारों क्विटंल धान भीगा
बारिश में अनाज मंडी में हजारों क्विटंल धान भीगा

संवाद सहयोगी, सनौली : सनौली-बापौली अनाज मंडी में खुले में करीब सात हजार क्विटंल धान पड़ा है। इसमें से काफी धान बारिश में भीग गया। मंडी में बरसात होने पर धान में नमी के चलते एक भी ढेरी की खरीद नहीं हो सकी। अचानक बरसात होने पर खरीद एजेंसी ने धान बरसात में भीगने से नमी होने पर खरीद नहीं की गई। धान में खरीद एजेंसी हैफेड के मैनेजर प्रवीन कुमार द्वारा नमी बताने पर खरीद एजेंसी व सरकार के प्रति किसानों में रोष व्याप्त है।

सनौली-बापौली अनाज मंडी में धान बरसात में भीगने से सरकारी खरीद एजेंसी हैफेड के मैनेजर प्रवीन कुमार धान की ढेरियों में नमी बताकर वापस चले गए। इससे धान खरीद नहीं की जा रही हैं। किसानों ने खरीद एजेंसी के खिलाफ रोष जताया। क्या कहते हैं किसान

किसान महाबीर, बलवान, नरेश, सतपाल, सुनील, राजेश का कहना है कि मंडी में एक सप्ताह से धान बेचने के लिए डाली हुई है। धान खरीद एंजेसी हैफेड के अधिकारी बरसात में धान में नमी बता कर चले जाते हैं। वे दिन-रात मंडी में धान की ढ़ेरियों का पहरा दे रहे हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि सोमवार शाम तक उनकी धान की खरीद नहीं हुई तो वे मंडी में धरना देंगे। इस बारे मंडी सचिव रामजीलाल का कहना है कि बूंदाबांदी व बरसात से धान में नमी होने पर आज खरीद नहीं हो सकी हैं।

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