डीईओ ऑफिस में साढ़े नौ बजे तक नहीं पहुंचे कर्मचारी व अधिकारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : जिस विभाग के हाथ में बच्चों के भविष्य की डोर है, उसके कर्मचारी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 07:51 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 07:51 PM (IST)
डीईओ ऑफिस में साढ़े नौ बजे तक नहीं पहुंचे कर्मचारी व अधिकारी
डीईओ ऑफिस में साढ़े नौ बजे तक नहीं पहुंचे कर्मचारी व अधिकारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : जिस विभाग के हाथ में बच्चों के भविष्य की डोर है, उसके कर्मचारी ही नहीं अधिकारी भी बेलगाम हैं। हम बात कर रहे हैं जिला शिक्षा विभाग कार्यालय की। यहां पर न तो अधिकारियों का आने का कोई समय है और न ही कर्मचारी सही ढंग से काम कर रहे। कर्मचारी प्रार्थना और काम करने के वक्त खाने पर बैठ जाते हैं।

समय सुबह 9:00 बजे। स्थान लघु सचिवालय के पांचवीं मंजिल स्थित जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यालय। दैनिक जागरण टीम ने कई अभिभावकों और टीचरों की शिकायत के बाद शुक्रवार को जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय की स्थिति जानी। इस दौरान लापरवाही और लेटलतीफी के कई मामले सामने आए। जिला शिक्षा अधिकारी उदय प्रताप ¨सह और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी धर्मबीर ¨सह कादियान सुबह 9:00 बजे तक ऑफिस में नहीं पहुंचे थे। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी साफ-सफाई में जुटे थे। कुछ देर बाद 9:15 बजे उपजिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार पहुंचे।

जिला शिक्षा अधिकारी उदय प्रताप ¨सह करीब 9:40 बजे कार्यालय पहुंचे। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी तो पहुंचे ही नहीं थे। दोनों अधिकारियों के कार्यालयों में कर्मचारियों की स्थिति भी उससे भी ¨चताजनक रही। एक कर्मचारी खाना खाकर हाथ धोकर कुर्सी की तरफ आया। उसने अलमारी खोलकर अपनी सीट से संबंधित रजिस्टर निकालकर बड़बड़ाना शुरू कर दिया। कहा कि लोगों को अब शिकायत करने के सिवाय कुछ काम नहीं रहा। टीम ने उससे सुबह-सुबह इस तरह नाराजगी का कारण पूछा तो वह मामले को गटक गया। एक अन्य कर्मचारी सीट पर ही बैठे-बैठे खाना खा रहा था। जबकि कई बाबू इधर से उधर घूम रहे थे। चार-पांच कर्मचारी उस वक्त तक कार्यालय में भी नहीं पहुंच पाए थे।

चोरों ओर दिखी खाली कुर्सी

तभी टीम ने एक अधिकारी से हाजिरी के बारे में जानकारी ली तो अधिकारी ने कहा कि कोई गैरहाजिर नहीं है, जबकि कार्यालय में चारों तरफ कई कुर्सी खाली थीं। जब इस बारे में पूछा गया तो अधिकारी ने जवाब दिया कि ये सब साहब के साथ इंस्पेक्शन पर गए होंगे या फिर अपने काम से इधर-उधर गए होंगे। संवाददाता करीब 9:55 बजे वहां से चल पड़ा।

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