शहर में बढ़ रही आनलाइन ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

कोरोना महामारी के दौरान साइबर ठग सहायता के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ठगी के लिए विभिन्न तरीके अपना वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में आमजन को सावधान करने के लिए जिला पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:36 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:36 AM (IST)
शहर में बढ़ रही आनलाइन ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
शहर में बढ़ रही आनलाइन ठगी, पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना महामारी के दौरान साइबर ठग सहायता के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ठगी के लिए विभिन्न तरीके अपना वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में आमजन को सावधान करने के लिए जिला पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि इंटरपोल साइबर सुरक्षा एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक जालसाज अधिकारियों के नाम से लोगों के फोन पर धोखाधड़ी वाले संदेश भेजते हैं या इलेक्ट्रॉनिक वित्तीय लेनदेन एप्लिकेशन के माध्यम से उनको अपना डेटा अपडेट करने के लिए लिक पर क्लिक करने का अनुरोध करते हैं। इतना ही नहीं, बल्कि नजदीकी रिश्तेदार बनकर अपने आप को कोविड से संक्रमित होने की बात बोलते हैं। डीएसपी ने बताया कि ठग द्वारा भेजे गए टैक्स मैसेज भेज के साथ आए लिक पर क्लिक करते ही जालसाजों के पास उक्त व्यक्ति के बैक खाते संबंधित सारी निजी जानकारी चली जाती है और जालसाज खाते से पैसे निकाल लेते हैं। नया तरीका अपनाया

डीएसपी ने बताया कि ठगों ने हाल में ठगी का नया तरीका अपनाया है। इंटरनेट मीडिया पर विभिन्न विज्ञापनों के माध्यम से फर्जी एप को प्रमोट करते है। जब यूजर इन विज्ञापनों पर क्लिक करते है तो यूजर अपने आप किसी गलत पेज पर पहुंच जाता है और एक फाइल अपने आप डालउनलोड हो जाती है। यूजर की निजी जानकारी को चुरा लेते हैं। फोन में वेब ब्राउजर व विभिन्न प्रकार के मेसेजिग एप में से निजी जानकारी चुरा लेते हैं व महत्वपूर्ण फाइलों के स्क्रीनशाट को जालसाजों तक भेज देते है। अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए यूआरएल डोमेनस पर क्लिक न करें। कोविड-19 की आड़ में लोगो को बना रहे शिकार

महामारी के दौरान चिकित्सा सुविधा, बेड, ऑक्सीजन आदि के लिए लोग इंटरनेट मीडिया का उपयोग ज्यादा कर रहे है। ठग इसी का फायदा उठा पीड़ितों द्वारा डाली गई निजी जानकारी चुरा साइबर ठगी में उनका प्रयोग कर रहे है। ठगों ने जरूरतमंदों में विशेषकर महिलाओं द्वारा पोस्ट किए गए फोन नंबरों और अन्य व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। इस प्रकार, साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर मदद के लिए व्यक्तिगत जानकारी पोस्ट करने वाले पीड़ितों के साथ साइबर धोखाधड़ी के साथ-साथ वित्तीय धोखाधड़ी करते हैं। ये बरतें सावधानी

-कोविड-19 संबंधित सहायता के लिए इंटरनेट मीडिया पर अपना मोबाइल नंबर या व्यक्तिगत विवरण सांझा करते समय सतर्क रहें।

-अज्ञात व्यक्ति को अग्रिम भुगतान करने से पहले पूरी जानकारी लें।

-साइबर ठगों का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी थाना या ष्4ढ्डद्गह्मष्ह्मद्बद्वद्ग.द्दश्र1.द्बठ्ठ शिकायत दर्ज करवा सकते है।

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