2018 में लगा था 23 लाख का टेंडर, अटल पार्क में न झूले और न मेंटनेंस, पेमेंट जारी

वार्ड चार के अटल पार्क के लिए 23 लाख का वर्कआर्डर जारी किया गया। ठेकेदार ने निगम को 100 फीसदी का काम पूरा होने की रिपोर्ट देकर पेमेंट ले ली। अब लोगों ने उठाए सवाल। बोले कि पार्क जैसा पहले था वैसे ही है। बस पांच कुर्सियां नई लगी हैं। बाकी पैसा कहां गया। लोगों ने कर्मचारियों व ठेकेदार पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 09:21 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 09:21 AM (IST)
2018 में लगा था 23 लाख का टेंडर, अटल पार्क में न झूले और न मेंटनेंस, पेमेंट जारी
2018 में लगा था 23 लाख का टेंडर, अटल पार्क में न झूले और न मेंटनेंस, पेमेंट जारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर के पार्कों में मेंटेनेंस के नाम पर घोटाले की शिकायतें बढ़ी हैं। वार्ड चार के अटल पार्क के लिए 23 लाख का वर्कआर्डर जारी किया गया। ठेकेदार ने निगम को 100 फीसदी का काम पूरा होने की रिपोर्ट देकर पेमेंट ले ली। अब लोगों ने उठाए सवाल। बोले कि पार्क जैसा पहले था, वैसे ही है। बस पांच कुर्सियां नई लगी हैं। बाकी पैसा कहां गया। लोगों ने कर्मचारियों व ठेकेदार पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए।

आरटीआइ लगाने वाले अंशु व कालोनीवासी राजेंद्र, राजेश, अजय, प्रवीन व विजय ने बताया कि 2018 में रमेश नगर स्थित अटल पार्क के मेंटेनेंस व झूले लगाने के लिए 23 लाख का टेंडर लगाया गया था। इसमें ठेकेदार ने पार्क में केवल पांच कुर्सियां, 20 पौधे और कुछ ट्री गार्ड ही लगवाए। इसी में 23 लाख की राशि खर्च हो गई। इसके बारे में पहले तो लोगों ने निगम के अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन फिर भी कोई राहत नहीं मिल सकी। आरटीआइ में राज खुला

रमेश नगर निवासी अंशु नारंग ने आरटीआइ लगाई तो पता चला कि पार्क में झूले, जिम व पार्क में हरियाली के लिए पौधे लगाने का काम दिखाकर निगम के अधिकारियों से ठेकेदार ने निगम के अधिकारियों से 23 लाख रुपये की राशि ले ली। इसके बाद लोगों इसकी शिकायत सांसद संजय भाटिया, विधायक प्रमोद विज, मेयर अवनीत कौर व नगर निगम के अधिकारियों से की। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। पहले भी आ चुके है इस तरह के मामले सामने

केस नंबर 1 : सेक्टर 13-17 के पार्क में 31 लाख के बजट को लेकर सवाल खड़े हुए थे। इसमें भी पार्क में बिना काम हुए ही पैसे खर्च किए गए। इस पर सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने पार्क का दौरा कर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहीं थी। केस नंबर 2 : सेक्टर 25 में स्थित कृष्णा पार्क में भी 33 लाख रुपये के बजट पास करवाकर ठेकेदार बीच में ही काम छोड़कर भाग गया। इसमें भी आरटीआइ से राज खुला था। निगम की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। जांच कर की जाएगी कार्रवाई

नगर निगम की मेयर अवनीत कौर ने जागरण से बातचीत में बताया कि अगर पार्क मेंटेनेंस मामले किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई जाएगी।

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