यमुमना नदी पर ढोल बाजों के साथ एक दूसरे को गुलाल लगाकर किया गणेश की मूर्ति विसर्जन

यमुना नदी में बड़ी संख्या में पानीपत से आए भक्तों ने गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जित की। इस दौरान सिचाई विभाग के कर्मचारी राजकुमार ने यमुना नदी का दौरा किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 06:12 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 06:12 AM (IST)
यमुमना नदी पर ढोल बाजों के साथ एक दूसरे को गुलाल लगाकर किया गणेश की मूर्ति विसर्जन
यमुमना नदी पर ढोल बाजों के साथ एक दूसरे को गुलाल लगाकर किया गणेश की मूर्ति विसर्जन

संवाद सहयोगी, सनौली : यमुना नदी में बड़ी संख्या में पानीपत से आए भक्तों ने गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जित की। इस दौरान सिचाई विभाग के कर्मचारी राजकुमार ने यमुना नदी का दौरा किया। नदी में गणपति बप्पा की मूर्ति विसर्जित करने आने वाले भक्तों को बताया कि वे नदी के अंदर गहरे पानी में न जाएं और नदी के किनारे पर ही मूर्ति विसर्जित करने बारे समझाया।

रविवार को श्री गणेश मंडल, पीकेजी, एमडी कालेज छाजपुर के सदस्यों सहित अनेक श्रद्धालु दोपहर बाद पानीपत से ट्रैक्टर, जीप, कैंटर में सवार होकर गणेश जी की मूर्ति यमुना नदी में विसर्जन करने पहुंचे। बड़ी संख्या में अलग-अलग स्थानों से भी गणेश जी की मूर्ति लेकर ढोल बाजों के साथ नदी पर पहुंचे। भक्तों ने पहले नदी किनारे गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगाए और पूजा अर्चना की। गणेश जी की आरती की। इसके बाद यमुना नदी किनारे ढोल पर नाचते हुए एक दूसरे पर गुलाल लगाया और मूर्ति विसर्जित की।

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