पर्यावरण को बचाना है तो पौधे लगा प्लास्टिक को न कहना होगा
दैनिक जागरण के अभियान संस्कारशाला का वीरवार को दयाल सिंह पब्लिक स्कूल में आयोजन किया गया। इस दौरान प्रिंसिपल ने बच्चों को कहानी सुनाई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : दैनिक जागरण के अभियान संस्कारशाला का वीरवार को दयाल सिंह पब्लिक स्कूल में आयोजन हुआ। प्रिसिपल डा. विनीता कुमार तोमर ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण विषय पर बहुत बड़ा काम स्टोरी सुनाने के साथ मंच से संस्कारशाला अभियान की जानकारी भी दी। स्टोरी समापन के बाद उन्होंने बच्चों से विषय पर प्रश्न पूछे, जिसका अधिकतर बच्चों ने सही जवाब दिया। दैनिक जागरण में प्रकाशित कहानी सुनने के बाद बच्चों ने प्रिसिपल को भरोसा दिलाया कि पौधे लगाकर वो पर्यावरण संरक्षण के लिए बहुत बड़ा काम करेंगे। वहीं प्रिसिपल ने कहानी को प्रेरणादायक बताते हुए बच्चों को घर पर स्वजनों व दोस्तों को भी सुनाने की बात भी कही।
प्रिसिपल डा. विनीता कुमार तोमर ने कहा कि देश का नागरिक और धरती का वासी होने के नाते हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम इस धरती को स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषण से मुक्त बनाएं। हमें पर्यावरण को बचाने के लिए खुद शुरुआत करनी चाहिए और अपने आसपास की जगह को साफ सुथरा रखना चाहिए। अगर हर इंसान अपने आसपास की जगह को स्वच्छ बनाने लग जाए तो हम एक बेहतर पर्यावरण का निर्माण कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाना है तो प्लास्टिक को ना कहना होगा है। विद्यार्थी पर्यावरण को बचाने के लिए जागरूक हों, अपने आसपास लोगों को प्लास्टिक के प्रयोग न करने के लिए प्रेरित करें। इससे पर्यावरण मजबूत होगा।
प्लास्टिक का इस्तेमाल तभी पूर्ण तौर पर बंद हो सकता है, जब हम खुद से इसकी शुरुआत करेंगे। जितनी देर हम खुद प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद नहीं करेंगे, उतनी देर हम किसी को रोकने के हकदार नहीं। इसकी खुद शुरुआत खुद से करके परिवार, गांव, शहर, जिला, राज्य और इसके बाद पूरे देश को साथ में लेकर इसका इस्तेमाल पूर्ण तौर पर बंद कर सकते हैं। जरूरत है आगे आने की। भारत का भविष्य इसके विद्यार्थी हैं। अगर खुद विद्यार्थी इस मुहिम में शामिल हो गए तो पर्यावरण संरक्षण जरूर होगा। उन्होंने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण की बात कहीं। क्योंकि पौधारोपण से हरियाली बढ़ती है। उससे पर्यावरण स्वच्छ होता है। प्रिसिपल ने कहा कि हम पौधारोपण व अन्य छोटे छोटे प्रयास करके पर्यावरण को स्वच्छ बना सकते हैं। अगर पर्यावरण स्वच्छ होगा तो इंसान का जीवन स्वस्थ होगा। वहीं बच्चों ने पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पौधारोपण करने की शपथ भी ली।