बेटी है तो कल है नहीं तो वीराना पल है : सीजेएम

सेंटर फॉर रिसर्च की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक बीस वर्षो के दौरान भारत में एक करोड़ कन्या भ्रूण की कोख में ही हत्या हुई है। रिपोर्ट लड़कियों के प्रति असंवेदनहीनता को उजागर करती है। समाज को सरकार नहीं बल्कि संस्कार बचाएंगे। बेटी है तो कल है नहीं तो वीराना पल है, जिस दिन हर व्यक्ति इसे पहलू को समझ लेगा ¨लग भेद स्वत: खत्म हो जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 07:10 AM (IST)
बेटी है तो कल है नहीं तो वीराना पल है : सीजेएम
बेटी है तो कल है नहीं तो वीराना पल है : सीजेएम

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेंटर फॉर रिसर्च की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक बीस वर्षो के दौरान भारत में एक करोड़ कन्या भ्रूण की कोख में ही हत्या हुई है। रिपोर्ट लड़कियों के प्रति असंवेदनहीनता को उजागर करती है। समाज को सरकार नहीं बल्कि संस्कार बचाएंगे। बेटी है तो कल है नहीं तो वीराना पल है, जिस दिन हर व्यक्ति इसे पहलू को समझ लेगा ¨लग भेद स्वत: खत्म हो जाएगा। उक्त शब्द जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा ने सोमवार को गांव राजाखेड़ी स्थित राजकीय सीसे कन्या विद्यालय में कहे। उन्होंने बताया कि डीएलएसए की ओर से 30 सितंबर तक विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम कराए जाएंगे। इनमें लिंगभेद करने वालों के खिलाफ की जाने वाली कानूनी कार्रवाई के विषय में बताया जाएगा।

सीजेएम ने कहा कि हर परिवार बेटों को बेटियों का सम्मान करने की सीख दे तो कुछ वर्षो में सुखद परिणाम आने लगेंगे। स्कूल की प्रधानाचार्या सुमित्रा सांगवान ने भी विचार प्रकट किए। इस मौके पर शिक्षक और ग्रामीण भी मौजूद रहे।

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