सिविल अस्पताल में होनी चाहिए आयुष विग, डायरेक्टर ने मांगा जवाब

आयुष विभाग हरियाणा के डायरेक्टर सुजान सिंह शनिवार को जिला आयुष अस्पताल पहुंचे। बिल्डिग को देखकर उन्होंने कहा कि बाहर से देखने पर पता ही नहीं चलता कि आयुष विग बनी है। सिविल अस्पताल में आयुष विग होने के सवाल पर कहा कि ड्राइंग में जगह है तो उन्हें दे देनी चाहिए थी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Jul 2021 11:58 PM (IST) Updated:Sat, 10 Jul 2021 11:58 PM (IST)
सिविल अस्पताल में होनी चाहिए आयुष विग, डायरेक्टर ने मांगा जवाब
सिविल अस्पताल में होनी चाहिए आयुष विग, डायरेक्टर ने मांगा जवाब

जागरण संवाददाता, पानीपत : आयुष विभाग हरियाणा के डायरेक्टर सुजान सिंह शनिवार को जिला आयुष अस्पताल पहुंचे। बिल्डिग को देखकर उन्होंने कहा कि बाहर से देखने पर पता ही नहीं चलता कि आयुष विग बनी है। सिविल अस्पताल में आयुष विग होने के सवाल पर कहा कि ड्राइंग में जगह है तो उन्हें दे देनी चाहिए थी।

डायरेक्टर सुजान सिंह ने पहले हाजिरी रजिस्टर चेक किया। कितने चिकित्सक, फार्मासिस्ट, योग शिक्षक हैं, इसकी जानकारी जुटाई। ओपीडी में रोजाना लगभग कितने मरीज पहुंचते हैं, दवा स्टाक की क्या स्थिति है,इसकी डिटेल मांगी। अस्पताल में दवा का भारी स्टाक रखा देख नाराज हुए, कहा कि कहा कि ये क्यों रखी हुई हैं।

आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर डा. संजय ने बताया कि 90 से अधिक तरह की मेडिसिन का स्टाक मार्च में आया था। आठ की सैंपल रिपोर्ट नहीं आ सकी है। रिपोर्ट आने पर अस्पताल, पीएचसी व हेल्थ वेलनेस सेंटर में भिजवाई जाएंगी। यह तर्क सुनकर डायरेक्टर नाराज हुए, कहा कि पहले इन्हें भिजवाएं। बाकी को लैब से रिपोर्ट आने पर भिजवा देना। लैब से रिपोर्ट देरी से मिल रही हैं तो मुख्यालय से पत्राचार करना चाहिए था।

पंचकर्मा को देखकर उन्होंने कहा कि जब मेल-फीमेल विशेषज्ञ हैं तो टेबल-कक्ष एक क्यों है। ऐसे तो मरीजों को इंतजार ही करना पड़ेगा। मुख्यालय को डिमांड नहीं भेजना भी कामचोरी है। होम्योपैथिक चिकित्सकों की कमी पर कहा कि भर्ती किए जाएंगे। इस मौके पर सीनियर आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर डा. अंजू फोगाट भी मौजूद रहीं। आयुर्वेदिक अधिकारी का एडिशनल चार्ज

डायरेक्टर के पूछने पर डा. संजय ने बताया कि डा. सुषमा नैन पर पानीपत का एडिशनल चार्ज है। वह सोनीपत और रोहतक भी देखती हैं। उनका प्रमोशन भी हो गया है, असिस्टेंट डायरेक्टर बन गई हैं। सिविल अस्पताल में जगह क्यों नहीं मिली

डा. फोगाट ने डायरेक्टर को बताया कि सिविल अस्पताल में आयुष विग के लिए जगह है। उस स्थान पर फिजियोथैरेपी यूनिट बना दी है। सिविल सर्जन से जगह मांगी थी, मिली नहीं। डायरेक्टर ने स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का हवाला देकर कहा कि सिविल अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में एक ही छत के नीचे आयुष विग का होना जरूरी है। इसके लिए महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं से बात की जाएगी। बाहर से दिखे कि आयुष विग है

जिला आयुष अस्पताल का बोर्ड आंधी में उखड़कर गिर गया था, तब से एक कोने में पड़ा है। डायरेक्टर ने चिकित्सकों को दो टूक कहा कि बिल्डिग को देखकर ही पता चल जाना चाहिए कि आयुष अस्पताल है। आसपास औषधीय पौधे रोपे जाएं। आयुष के लाभों को डिस्प्ले किया जाए। तीसरी लहर की चिता

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका पर डायरेक्टर ने कहा चिता तो है, पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। आयुष मंत्रालय ने आयुष 64 मेडिसिन को कोरोना के हल्के-मध्यम लक्षण में कारगर बताया है। पहली और दूसरी लहर में आयुष के चिकित्सकों ने घर-घर बूस्टर डोज पहुंचाकर सराहनीय कार्य किया है।

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