हशविप्रा का कमाल, मकान को प्लाट बताकर आनलाइन 28 लाख में बेच दिया
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हशविप्रा) की लापरवाही के चलते सेक्टर 12 में स्थित दो मरले के एक मकान को खाली प्लाट बताकर आनलाइन बोली के माध्यम से बेच दिया गया। करीब 22 साल से यह मकान बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हशविप्रा) की लापरवाही के चलते सेक्टर 12 में स्थित दो मरले के एक मकान को खाली प्लाट बताकर आनलाइन बोली के माध्यम से बेच दिया गया। करीब 22 साल से यह मकान बना हुआ है। 19 लाख 20 हजार रुपये से मकान की बोली शुरू हुई। 28 लाख 45 हजार में इसे बेचा गया। हशविप्रा की इस लापरवाही के चलते खरीददार के साथ-साथ मकान मालिक परेशान है। खरीदने वाले के पैसे रिफंड होंगे : अनुपमा
हशविप्रा की एस्टेट आफिसर अनुपमा का कहना है कि सेक्टर 12 में मकान नंबर 1704 व 1705 को क्लब कर दिया गया था। रिकार्ड में प्लाट दिखाया जा रहा है। इस मकान के साथ ही खाली प्लाट पड़ा है। जेई ने मौके को देखा भी था। मामला प्लाटों को क्लब करने के कारण हुआ। जैसे ही जानकारी मिली मुख्यालय को प्लाट खरीदने वाले की पेमेंट रिफंड करने के लिए लिखा जा चुका है। जल्द ही उसे पैसे वापस मिल जाएंगे। दो दिन पहले जेई को किया सस्पेंड
दो दिन पहले हशविप्रा कार्यालय में तैनात जेई अमित वशिष्ठ को बिना किसी कारण के सस्पेंड कर दिया। एक बूथ को दो बार अलाट करने के मामले की गाज अमित पर गिरी। पटवारी पर कब्जे करवाने का आरोप
हशविप्रा में कार्यरत पटवारी पर अवैध कब्जा करवाने का आरोप है। इस आरोप को भी एस्टेट आफिसर ने भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि आर्य नगर में कब्जा करने की शिकायत मिली थी। टीम ने मौके का मुआयना किया है। प्लाट का भरत करने वाले को नोटिस देकर रिकार्ड देने के लिए कहा है।